:: बालकृष्ण बाग में आयोजित हुआ कार्यक्रम, चिकित्सा शिविर में बच्चों से लेकर बुजुर्गों ने कराई नि:शुल्क जांच ::
:: विशेषज्ञों ने दिया नि:शुल्क परामर्श, दवाईयां भी वितरित की ::
इन्दौर । राठौर समाज के प्रतिभावान बच्चों में हुनर की कमी नहीं है, कमी तो सिर्फ हमारे देखने में हैं। यदि हम अपने हुनर को पहचान कर सही दिशा में कदम बढ़ाएं तो निश्चित ही हमें सफलता प्राप्त होगी। शिक्षक तो स्कूलों में चंद घंटे बच्चों को संस्कार दे पाते हैं लेकिन अभिभावक उनके साथ अधिक समय तक रहते हैं। इसलिए अभिभावकों का भी यह कत्र्तव्य बनता हैं कि वह अपने बच्चों की प्रतिभा को पहचाने और उसे उसी दिशा में प्रोत्साहित करें ताकि बच्चे अपने हुनर से देश, समाज व परिवार का नाम रोशन कर सकें।
उक्त विचार रविवार को धार रोड़ स्थित बालकृष्ण बाग में राठौर रॉयल्स सोशल वेलफेयर सोसायटी द्वारा आयोजित कापी वितरण व चिकित्सा शिविर के दौरान उपस्थित मुख्य अतिथियों ने समाज बंधुओं को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। राठौर रॉयल्स सोशल वेलफेयर सोसायटी संस्थापक अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौर, अध्यक्ष कमल राठौर ने बताया कि कापी वितरण व चिकित्सा शिविर का शुभारंभ मुख्य अतिथियों ने दीप प्रज्जवलन के साथ किया। इसके पश्चात अतिथि हृदेश दीक्षित, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, भारत पारख एवं भारतसिंह रघुवंशी ने सभी बच्चों की प्रशंसा की साथ ही उनके उज्जवल भविष्य की मंगल कामना की। उन्होंने समाज बंधुओं के समक्ष बेटी और बहु को समान अधिकार देने की बात की। उन्होंने कहा कि जो भाव आप बेटी के लिए रखते हो वहीं भाव आपको बहुओं के लिए भी रखना चाहिए। उन्होंने इन्दौर शहर की स्वच्छता पर भी अपनी बात रखते हुए सभी समाज बंधुओं को स्वच्छता में भी सहयोग करने की बात की।
संस्थापक अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौर ने बताया कि राठौर समाज के बच्चों को शिक्षा में प्रोत्साहित करने के उद्देश्य यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम के दौरान कक्षा पहली से आठवी तक के 250 से अधिक बच्चों को कापी व पेन वितरित किए गए। वहीं समाज के बुजुर्गों के लिए चिकित्सा शिविर भी आयोजित किया गया जिसमें सभी ने पंजीयन करवाकर नि:शुल्क जांचे भी कराई। जिन बुजुर्गों को आंखों की समस्या थी उन्हें भी परामर्श देकर चश्मों का वितरण कर नि:शुल्क दवाईयां दी गई। कार्यक्रम में श्री सकल पंच राठौर समाज एवं सर्व राठौर समाज के प्रतिनिधि भी विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अभिजीत राठौर ने किया एवं आभार मयंक राठौर ने माना।