-सरकारें आती जाती रहेंगी, नारी सम्मान की रक्षा हमारा दायित्व
जलगांव/जोधपुर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को महाराष्ट्र के जलगांव में लखपति दीदी सम्मेलन हुए। इस दौरान मोदी ने स्व सहायता समूहों को 5 पांच हजार करोड़ का लोन भी जारी किया। लाभार्थियों से चर्चा की। करीब 11 लाख लखपति दीदियों को सर्टिफिकेट बांटे। इस दौरान पीएम बोले कि मैं बेटियों की पीड़ा और गुस्से को समझ रहा हूं। देश के हर राजनीतिक दल, राज्य सरकार से कहूंगा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध अक्षम्य हैं। दोषी कोई भी हो, उसे बचना नहीं चाहिए। उसकी मदद करने वाला बचना नहीं चाहिए। जिस भी स्तर पर लापरवाही हो, उस पर कार्रवाई होनी चाहिए।
पीएम ने कहा कि ऊपर से नीचे तक ये संदेश जाना चाहिए कि ये अक्षम्य अपराध हैं। सरकारें आती जाती रहेंगी। ये हमारा दायित्व है नारी सम्मान, गरिमा और उनके जीवन की रक्षा हो। इसलिए हम महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों को कड़ी सजा दिलाने के लिए कानूनों को मजबूत कर रहे हैं।
महाराष्ट्र में महायुति सरकार की जरूरत
पीएम ने कहा कि महाराष्ट्र को आने वाले कई साल तक महायुति की स्थिर सरकार की जरूरत है। जो उद्योगों को, युवाओं की पढ़ाई और नौकरी को बढ़ावा दे सके। मुझे भरोसा है यहां की माताएं बहनें मेरा साथ देंगी। एक बार फिर महायुति सरकार के कामों को सरकार की मदद का आश्वासन देता हूं। मैं बेटियों को बताना चाहता हूं कि पहले शिकायत आती थी एफआईआर नहीं होती। ऐसी अड़चनों को हमने भारतीय न्याय संहिता में दूर कर दिया है। महिला और बच्चों के लिए अलग चैप्टर रखा है। अगर पीडि़त थाने नहीं जाना चाहती तो जीरो स्नढ्ढक्र कर सकती है। इस पर सबसे पहले एक्शन के निर्देश दिए गए हैं। नाबालिगों से यौन अपराध के लिए फांसी और उम्रकैद नए कानूनों में रखी गई है। भारतीय न्याय संहिता में शादी के नाम पर धोखे और छल को भी साफ साफ परिभाषित किया गया है। केंद्र सरकार महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने लिए तैयार है।
दोषी को सजा मिलनी चाहिए
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज तीनों सेनाओं में महिला अफसर तैनात हो रही हैं। गांव में कृषि और डेयरी सेक्टर में बेटियां बिजनेस मैनेज कर रही हैं। राजनीति में भी उनकी भागीदारी बढ़े इसके लिए हमने नारीशक्ति वंदन अधिनियम बनाया है। मैंने लाल किले से भी बार बार इस विषय को उठाया है। आज देश का हर राज्य अपनी बेटियों की पीड़ा और गुस्से को समझ रहा है। मैं देश के हर राजनीतिक दल और राज्य सरकार से कहूंगा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध अक्षम्य अपराध है। दोषी कोई भी हो उसे बचना नहीं चाहिए, उसे मदद करने वाला बचना नहीं चाहिए। अस्पताल पुलिस जिस भी स्तर पर लापरवाही हो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए। ऊपर से नीचे तक ये संदेश जाना चाहिए कि ये अक्षम्य अपराध है। सरकारें आती जाती रहेंगी। ये हमारा दायित्व है नारी सम्मान और गरिमा और उनके जीवन की रक्षा हो।
बेटियों के लिए समाज में नई सोच का निर्माण होगा
उन्होंने कहा कि अब हम बहनों को लोन पायलट बना रहे हैं। हम उन्हें लाखों रुपए का ड्रोन दे रहे हैं ताकि वे इससे खेती में किसानों की मदद कर पाएं। पशु सखियों को ट्रेनिंग दे रहे हैं ताकि वे पशुपालकों की मदद कर पाएं। इतना ही नहीं आधुनिक खेती के लिए भी नारियों को कृषि सखियां बना रहे हैं। ऐसी लाखों कृषि सखियां बनाने में आगे बढ़ रहे हैं। इससे उनका आत्म विश्वास बढ़ेगा। उनके लिए समाज में नई सोच का निर्माण होगा। दस साल में दस करोड़ बहनें इस अभियान से जुड़ चुकी है। हमने इनको बैंकों से जोड़ा है। हमने उन्हें बैंकों से आसान और सस्ता ऋण दिया है। मैं आपको आंकड़ा देता हूं आप चौंक जाएंगे कि मेरा देश ऐसे भी चलता था। साल 2014 तक 25 हजार करोड़ रुपए से भी कम बैंक लोन सखी मंडलों को मिला था। याद रखिए, पिछले दस साल में करीब 9 लाख करोड़ रुपए की मदद दी गई है। कहां 25 हजार करोड़ और कहां 9 लाख करोड़। इतना ही नहीं सरकार जो सीधी मदद देती है। उसका परिणाम मिला है। आज गांव की बहनें अपनी आय बढ़ा रही हैं। परिवार और देश मजबूत बना रही हैं। मैं अभी भी कहता हूं कि ये तो अभी ट्रेलर है