निपान्या स्थित इस्कॉन मंदिर पर हीरे-मोती मंडित पोषाख में सजेंगे भगवान श्रीकृष्ण –

:: आस्ट्रेलिया, रूस, कतर सहित अनेक देशों से आए श्रद्धालु – रात में जन्मोत्सव के पूर्व होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम ::
इन्दौर । निपान्या स्थित इस्कॉन के राधा गोविंद मंदिर पर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का महापर्व सोमवार 26 अगस्त को पूरे जोश एवं उत्साह के साथ मनाया जाएगा। मंदिर पर गत 20 अगस्त से ही कृष्ण जन्मोत्सव का रंग जमने लगा है। सोमवार को जन्मोत्सव के लिए वृंदावन से विशेष पोषाख बुलवाई गई है, जो रेशम के धागों और हीरे मोती से बनी हुई है। इसी पोषाख से भगवान का श्रृंगार होगा। इसके अलावा मंदिर पर सुबह से रात तक भक्ति भाव से भरपूर अनेक आयोजन होंगे। महोत्सव में भाग लेने हेतु आस्ट्रेलिया, रूस, कतर एवं अन्य देशों के श्रद्धालु भी आए हैं।
इस्कॉन इन्दौर के अध्यक्ष स्वामी महामनदास एवं मीडिया प्रभारी हरि अग्रवाल और व्यवस्थापक शैलेन्द्र मित्तल ने बताया कि सोमवार को सुबह 11 से दोपहर 1 बजे तक कलश सेवा अभिषेक के विशिष्ट आयोजन होगा। इसके बाद अपरान्ह 4.30 से 7 बजे तक मुंबई से आए प.पू. भक्ति करुणामया वनमाली महाराज के श्रीमुख से भागवत कथा का दिव्य अनुष्ठान और सायं 7 से 10 बजे तक मुरादाबाद एवं हावड़ा से आए कलाकारों द्वारा भगवान की बाल लीलाओ पर आधारित कार्यक्रमों का मंचन होगा। रात 10 बजे भगवान का पंचामृत से अभिषेक और रात 12 बजे जन्मोत्सव की महाआरती होगी। भागवत कथा में आज सीता हरण प्रसंग का प्रभावी मंचन किया गया।
:: 50 ई-रिक्शा की व्यवस्था ::
भक्तों की सुविधा के लिए मंदिर परिसर में विशेष प्रबंध किए गए हैं। भक्तों, विशेषकर बुजुर्ग भक्तों को मंदिर तक लाने और ले जाने के लिए मंदिर के निकट निपान्या की ओर से तथा कोकिलाबेन अंबानी अस्पताल के निकट से दो स्थानों पर 50 ई रिक्शा की व्यवस्था की गई है। यह सुविधा रात्रि में 9 बजे से जन्मोत्सव के बाद तक उपलब्ध रहेगी।
:: वर्षा से बचाव के लिए वाटर प्रूफ पांडाल ::
मंदिर परिसर में 10-10 हजार वर्गफुट वाटर प्रूफ पंडाल बनाए गए है, जहां मेगा स्क्रीन लगाई गई है, जिस पर कृष्ण जन्मोत्सव के सभी प्रसंग दिखाई देंगे। मंदिर परिसर में 25×400 का एक पांडाल, 80×120 के दो पांडाल भी लगाए गए हैं। इनके अलावा 50 दुकानें भी यहां लगाई गई हैं, जहां पर भगवान की भक्ति से संबंधित सामग्री आदि की बिक्री होगी। सोमवार, 26 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर पूरे दिन दर्शन एवं सत्संग के आयोजन होंगे। मंगलवार, 27 अगस्त को इस्कॉन के संस्थापक श्रीलप्रभुपाद की व्यास पूजा एवं नंदोत्सव का आयोजन सुबह 11 बजे से किया जाएगा। इस दौरान उनके जीवन चरित्र पर प्रकाश भी डाला जाएगा। आयोजन की दिव्यता को देखते हुए विभिन्न समितियों का गठन किया गया है, जिनमें मंदिर के श्रीनिकेतन प्रभु, अद्विधरण प्रभु, रणवीर प्रभु, अच्युत गोपाल प्रभु, गिरधर गोपाल प्रभु, विशाल प्रभु, मधुर कृष्ण प्रभु को विभिन्न समितियों की व्यवस्था सौंपी गई है।