नई दिल्ली । बांग्लादेश में हिंदुओं पर लगातार हमले लगातार जारी हैं। मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में बनी नई अंतरिम सरकार इन हमलों को रोकने में नाकाम दिख रही है। मगर, यूनुस सरकार भारत को घुड़की देने से पीछे नहीं हट रही।
दरअसल बोकारो में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि यहां (झारखंड) घुसपैठियों के लिए कोई जगह नहीं है। हमारी सरकार बनने दीजिए, सभी घुसपैठियों को वापस खद़ेडा जाएगा। इस बयान पर बांग्लादेश भड़क उठा है। बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने ढाका में भारतीय उप उच्चायुक्त को एक विरोध पत्र सौंपा। पत्र में कहा गया कि भारतीय नेताओं को बांग्लादेशियों के बारे में आपत्तिजनक और अस्वीकार्य टिप्पणी करने से बचना चाहिए।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के विदेश मंत्रालय ने भारतीय उप उच्चायुक्त को पत्र सौंपा था। बांग्लादेश विदेश मंत्रालय ने कहा कि पड़ोसी देश के नागरिकों के खिलाफ जिम्मेदार पदों से आने वाली ऐसी टिप्पणियां दो मित्र देशों के बीच आपसी सम्मान और समझ की भावना को कमजोर करती हैं। वहीं, भारत की ओर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। केंद्रीय मंत्री शाह चुनाव प्रचार के लिए झारखंड दौरे पर थे। उन्होंने वोट बैंक की राजनीति के लिए झामुमो के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार पर अवैध घुसपैठ को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था। केंद्रीय मंत्री शाह ने कहा था, राज्य में घुसपैठियों के लिए कोई जगह नहीं है। वे हमारी बेटियों से शादी कर रहे हैं, जमीन हड़प रहे हैं और समृद्ध आदिवासी संस्कृति और विरासत को नष्ट कर रहे हैं… हम उनमें से हर एक को बाहर निकाल देने वाले हैं … यहां कमल खिलने दें।
केंद्रीय मंत्री शाह ने दावा किया कि घुसपैठ के कारण संथाल परगना संभाग में आदिवासी जनसंख्या 44 प्रतिशत से घटकर 28 प्रतिशत हो गई है।