मुंबई । तीन दिन पूर्व यानि 18 दिसंबर को मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा जा रही एक पर्यटकों से भरी नीलकमल नाव को नौसेना की एक स्पीड बोट ने टक्कर मार दी जिससे 110 यात्री समुद्र में दुब गए। नाव पलटने के बाद वे सभी लोग समुद्र में जिंदगी और मौत से जूझने लगे। हर कोई अपनी जान बचाने के लिए संघर्ष कर रहा था। इस हादसे में 13 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों में गोवा की महिला और उसकी बेटी भी शामिल है। इस दुर्घटना में 10 महीने का एक बच्चा चमत्कारिक ढंग से बच गया। एलीफेंटा नाव दुर्घटना के कारण कई लोगों की जिंदगी बर्बाद हो गई है। इस हादसे में कुल 13 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में से 11 के शव पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं, जबकि एक बच्चे का शव अभी भी लापता है।
गोवा की सोनाली गावंढल पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए मुंबई आई थीं। वह अपनी बड़ी बहन, पति और अपने 2 छोटे बच्चों के साथ 2 दिनों के लिए मुंबई घूमने आई थी। मुंबई आने के बाद नाव से एलिफेंटा जाने का उनका प्लान बना। लेकिन इस नाव हादसे में सोनाली की बहन सकीना पठान और उनके 6 साल के बच्चे की दुर्भाग्यवश मौत हो गई और सफीना के शव को पोस्टमार्टम के लिए उरण ग्रामीण अस्पताल लाया गया। जबकि 6 साल का एक बच्चा अभी भी लापता है। सोनाली ने आरोप लगाया कि हादसे के वक्त नाव में लाइफ जैकेट नहीं था और स्पीड बोट के टकराने के बाद नाव में पानी भर गया और इस दौरान सभी से लाइफ जैकेट पहनने के लिए कहा गया। सोनाली ने यह भी गंभीर आरोप लगाया कि नाव में केवल 50 लाइफ जैकेट थे इसलिए कई लोगों को लाइफ जैकेट नहीं मिलीं। हम नाव के ऊपरी मंजिल पर थे जबकि बहन नीचे थी, उसे लाइफ जैकेट नहीं मिली थी। जैसे ही नाव डूबने लगी तो नीचे मौजूद लोग पानी में डूब गए और उन्हें ढूंढने की कोशिश की लेकिन कुछ पता नहीं चला। हालांकि सकीना का शव मिल गया, लेकिन सोनाली ने बताया कि 6 साल का बच्चा अभी भी लापता है। सोनाली खुद नाव पकड़कर बच गईं, जबकि उनकी बहन के पति ने एक हाथ से नाव पकड़ ली और दूसरे हाथ से 10 महीने के बच्चे की जान बचा ली।
- नेरुल की प्रज्ञा कांबले की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु
नेरुल में रहने वाली प्रज्ञा कांबले की नाव दुर्घटना में दुखद मौत हो गई है। एक रिश्तेदार के साथ घूमने के दौरान नाव हादसे में उनकी मृत्यु हो गई और नेरुल में उनका अंतिम संस्कार किया गया। प्रज्ञा कांबले का एक बेटा और बेटी हैं और दोनों कॉलेज में पढ़ते हैं। प्रज्ञा कांबले नौकरी करके अपने दो बच्चों को पढ़ा रही थीं। लेकिन अब उनकी मौत से दो बच्चों ने अपनी मां का प्यार खो दिया है। - बदलापुर के युवा इंजीनियर की भी हुई मौत
इस नाव हादसे में नौसेना अधिकारियों समेत कुल तीन कर्मियों की मौत हो गई। इसमें नौसेना में इंजीनियर रहे एक मैकेनिकल इंजीनियर की भी मौत हो गई। नौसेना के एक युवा मैकेनिकल इंजीनियर की मौत ने उसके परिवार को झकझोर कर रख दिया है। मुंबई से सटे बदलापुर के एक युवा इंजीनियर मंगेश केलशीकर की नाव दुर्घटना में मृत्यु हो गई। वह नौसेना में मैकेनिकल इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे। हादसा उस समय हुआ जब स्पीड बोट के इंजन का परीक्षण किया जा रहा था। घर का कमाने वाला खोने से केलशीकर परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनके परिवार में बुजुर्ग मां, पत्नी और एक चार साल का बेटा है। मंगेश की पत्नी तीन महीने की गर्भवती है। मंगेश अपने परिवार में अकेले कमाने वाले थे। उनके जाने से केलशीकर परिवार ने सहारा खो दिया है।