-स्टूडेंट्स ने बंगले पर पहुंचकर बताई परेशानी
भोपाल । नर्सिंग कॉलेजों में व्याप्त अनियमितताओं के विरुद्ध छात्र छात्राओं का प्रदर्शन जारी है। मंगलवार को नर्सिंग के सैकड़ों छात्र-छात्राएं सतपुड़ा भवन और पूर्व सीएम व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के निवास पर पहुंचे। इन छात्र-छात्राओ ने कर्मचारी चयन मंडल (ईसीबी) द्वारा आयोजित परीक्षा और प्रवेश काउंसिलिंग प्रक्रिया में हो रही अनियमितताओं पर अपनी नाराजगी जाहिर की। छात्रों का आरोप है, कि परिणाम घोषित होने और प्रवेश देने के बाद हजारों योग्य छात्र-छात्राओं के प्रवेश रद्द किए जा रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना और उन्हें आश्वासन दिया कि वह इस मुद्दे को लेकर विभाग के अधिकारियों से चर्चा करेंगे, उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स के साथ हो रहे अन्याय को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि सीबीएसई बोर्ड के छात्रों के प्रवेश कैसिंल किए जाने पर भी एनएसयूआई ने कड़ी आपत्ति जताई है। छात्रों का कहना है, कि परीक्षा के दौरान उन्हें शामिल किया गया, परीक्षा परिणाम भी घोषित कर दिए गए और काउंसिलिंग प्रक्रिया में भी उन्हें प्रवेश दे दिया गया लेकिन अब छात्रों के प्रवेश नियमों को हवाला देकर प्रवेश रद्द किए जा रहे हैं। इसे लेकर एनएसयुआई के प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार ने कहा की यह न सिर्फ नर्सिंग, बल्कि सीबीएसई बोर्ड के छात्रों के साथ भी अन्याय है। परीक्षा और काउंसिलिंग के दौरान नियमों में बदलाव छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। यह दर्शाता है, कि नर्सिंग काउंसिल और चिकित्सा शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली में गंभीर खामियां हैं। एनएसयूआई छात्रों के इस संघर्ष में पूरी ताकत से उनके साथ खड़ी है। परमार ने कहा कि संगठन की मांगें है की सभी छात्रों को काउंसिलिंग प्रक्रिया में शामिल किया जाए। सीबीएसई बोर्ड के छात्रों के प्रवेश रद्द करने का आदेश तत्काल निरस्त हो। नर्सिंग काउंसिल और चिकित्सा शिक्षा विभाग की अनियमितताओं की जांच की जाए। साथ ही उन्होनें चेतावनी भी दी की यदि छात्रों की समस्याओं का समाधान जल्द नहीं हुआ, तो संगठन बड़े स्तर पर आंदोलन करेगा।