राहुल गांधी को इन्दौर महापौर ने दी संविधान की मूल भावना पर बहस की चुनौती, कहा राहुल गांधी संविधान के नाम पर देश को तोड़ने का काम कर रहे हैं

इन्दौर | बाबासाहेब आंबेडकर जन्म स्थली महू में कांग्रेस द्वारा 27 जनवरी को आयोजित जय बापू, जय भीम, जय संविधान यात्रा में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के भी शामिल होने की सूचना है। लेकिन इसके पहले इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने राहुल गांधी पर संविधान के नाम पर समाज को तोड़ने का काम करने का आरोप लगाते उन्हें संविधान की मूल भावना पर बहस की चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के हाथ में लाल किताब तो रहती है परन्तु उन्होंने उस लाल किताब को कभी पढ़ा नहीं है। उसमें लिखा है कि इमरजेंसी जैसा दौर इस देश में दौबारा न आएं तभी संविधान की रक्षा होगी, उन्होंने कटाक्ष करते कहा है कि इमरजेंसी लगाने वाले कौन लोग थे ये सभी जानते हैं। महापौर भार्गव ने कहा, राहुल गांधी संविधान की मूल भावना समझे होते, तो वह इस तरह का अभियान अपने हाथ में नहीं लेते। वह संविधान के नाम पर समाज को तोड़ने का काम कर रहे हैं। महापौर ने कहा कि संविधान की रक्षा और मजबूत करने का काम जब-जब बीजेपी की सरकार रही, तब तब सबसे ज्यादा हुआ है। फिर वह चाहे अटल बिहारी सरकार रही हो या फिर वर्तमान मोदी सरकार हो। राहुल गांधी को संविधान और उसकी रक्षा पर बात करने का अधिकार तब है। जब वह उसके मूल भाव को समझते हों। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और उनकी पार्टी कोई भी अभियान लेने के लिए स्वतंत्र है, लेकिन संविधान वे संविधान के नाम पर समाज को तोड़ने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि, राहुल गांधी संविधान की रक्षा का जो ढिंढोरा पीट रहे हैं वह देश के लिए बहुत खतरनाक है। अगर वाकई में वह संविधान की चिंता करते हैं तो मैं उनको चुनौती देता हूं कि वह बहस कर लें, क्योंकि जब- जब कांग्रेस सरकार रही। तब-तब संविधान पतन में गया और उसके मूल भावों की रक्षा नहीं हुई।