जवानों और नक्सलियों के बीच हुआ एक्सचेंज ऑफ फायर, जंगलों में सर्चिंग तेज
मानागढ़ जंगल क्षेत्र की घटना
बालाघाट जिले में एक बार फिर से नक्सल उन्मूलन में लगे हुए जवानों और नक्सलियों का आमना-सामना हो गया। नक्सलियों ने सर्चिंग कर रहे जवानों को देखकर फायरिंग कर दी। इधर, जवानों ने भी जवाबी फायरिंग की। घटना के बाद से जंगलों में सर्चिंग तेज कर दी गई है। जवानों को अलर्ट कर दिया गया है। सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखी जा रही है। पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 7 फरवरी को हट्टा व किरनापुर थाना के सीमा क्षेत्र में स्थित मानागढ़ के जंगल में करीबन 15 नक्सलियों के होने की सूचना प्राप्त हुई थी। सूचना के आधार पर हॉकफोर्स, सीआरपीएफ बी, 207 कोबरा बटालियन की 11 टीमों ने शाम को सर्च अभियान शुरु किया था। सर्चिंग अभियान के दूसरे दिन 8 फरवरी की सुबह करीब 6 सशस्त्र नक्सलियों ने हॉकफोर्स की पार्टी को देखकर फायरिंग शुरु कर दी। इस दौरान नक्सलियों ने 18-20 राउंड फायर किए। हॉकफोर्स के जवानों ने भी जवाबी फायरिंग की। मुठभेड़ के दौरान ही नक्सली जंगल की ओर भाग गए। जिसके बाद हॉकफोर्स और सीआरपीएफ की टीम ने नक्सलियों की तलाश की। लेकिन नक्सलियों का कोई पता नहीं चल पाया। 18 पुलिस पार्टियों ने जंगल में सर्च ऑपरेशन भी चलाया। नक्सली घने जंगल का फायदा उठाकर भागने में सफल हो गए।
कुछेक नक्सलियों के घायल होने की संभावना
मुठभेड़ में कुछेक नक्सलियों के घायल होने की संभावना जताई गई है। जिसके चलते समीपस्थ ग्रामों में भी नक्सलियों की तलाश की जा रही है। इसके अलावा उनके उपचार व छिपने के ठिकानों भी देखा जा रहा है। ताकि घायल नक्सलियों को पकड़ा जा सकें। उन्होंने ग्रामीणों से घायल नक्सलियों के छिपने या उपचार कराने आने पर सूचना देने की अपील की है।
बैरल ग्रेनेड लांचर सहित अन्य सामग्री जब्त
मुठभेड़ के बाद जवानों ने मौके से बैरल ग्रेनेड लांचर (बीजीएल) बरामद करने में सफलता हासिल की है। इसके अलावा नक्सलियों से एम्युनिशन और दैनिक उपयोग की सामग्री भी जब्त की है।