पटना। आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव पर लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में शिकंजा कसता जा रहा है। प्रवर्तन निदेशालय अर्थात ईडी ने बुधवार को उनको पूछताछ के लिए पटना स्थित ईडी जोनल कार्यालय में बुलाया। सुबह 11 बजे से पूछताछ शुरू हुई जो दोपहर करीब तीन बजे तक चली। यानि करीब चार घंटे तक लालू से पूछताछ हुई। इसके बाद लालू यादव ईडी दफ्तर से बाहर निकल गए। लालू के साथ उनकी बड़ी बेटी और पाटलिपुत्र से लोकसभा सांसद मीसा भारती भी ईडी ऑफिस पहुंचीं थी। मालूम हो कि इसी मामले में मंगलवार को राबड़ी देवी और तेजप्रताप यादव से भी सवाल-जवाब हुए थे। हालांकि लालू से पहले भी पूछताछ हो चुकी है। वहीं, तेजस्वी यादव से ईडी की टीम ने पहले 20 जनवरी 2024 और फिर 30 जनवरी 2024 को भी पूछताछ की थी। ज्ञात हो कि लैंड फॉर जॉब मामले मामले में लालू परिवार के 5 सदस्य आरोपी हैं। दरअसल 2004 से 2009 के बीच जब लालू यादव रेल मंत्री थे, तब पश्चिम-मध्य रेलवे के जबलपुर जोन में ग्रुप डी पदों पर नियुक्ति हुई थी। आरोप है कि लालू यादव ने नौकरी के बदले अभ्यर्थियों से उनके परिवार और सहयोगियों के नाम पर जमीन ट्रांसफर करवाया था। 18 मई 2022 को सीबीआई ने लालू के अलावे राबड़ी देवी और उनकी दो बेटियों समेत कई लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। अब तक 30 लोगों को इस घोटाले में आरोपी बनाया गया है।
- बेल पर हैं लालू परिवार के सदस्य
पिछले साल अगस्त महीने में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने लैंड फॉर जॉब स्कैम में 1000 पेज की सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की थी। जिसमें लालू यादव और तेजस्वी यादव समेत 11 आरोपियों के नाम शामिल हैं। इस मामले में आरोपी बने परिवार के पांचों सदस्य लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव और तेजस्वी यादव फिलहाल जमानत पर हैं।