-ठगी की रकम के लिये जालसाजो को किराये पर दिये थे बैंक एकांउट
भोपाल । सायबर क्राईम ब्रांच भोपाल की टीम ने ऑनलाइन जॉब करने पर प्रॉफिट का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह के 2 ठगोरो को अहमदाबाद (गुजरात), श्रीडूंगरगढ,बीकानेर (राजस्थान) से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। क्राइम ब्रांच एडीसीपी शैलेन्द्र सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए बताया की भोपाल के प्रकृति गार्डन बाबडिया कला में रहने वाली पीड़िता विवाहिता पूजा दिवेदी पत्नि बालेन्द्र द्विवेदी ने जुलाई 2024 में लिखित शिकायती आवेदन देते हुए बताया की उसके पास टेलीग्राम पर मैसेज आया जिसमे घर बैठे ऑनलाइन जॉब के जरिये फ्लाईट की टिकट बुक कर 5 स्टॉर रेटिंग देने पर पैसै कमाने का लालच दिया गया था। बाद मे उसे टेलिग्राम ग्रुप पर एड किया गया और घर बैठे टॉस्क कम्पलीट कराने के नाम पर उनसे रकम डिपाजिट करवाई गई। बाद में रकम के विड्राल न होने पर ठगो ने अलग-अलग चार्जेस के नाम पर उनसे 5 लाख 94 हजार से अधिक की रकम फ्राड खातो मे डिपाजिट करवाकर ठगी कर ली। जॉच के बाद पुलि ने मामला दर्ज कर टास्क जॉब कम्पलीट कराने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह के 2 आरोपियों की पहचान जुटाकर उन्हें अहमदाबाद (गुजरात), श्रीडूंगरगढ, (राजस्थान) से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियो के पास से घटना मे इस्तेमाल किया गया मोबाईल फोन और सिम जप्त की गई है। आरोपियो की पहचान अहमदाबादी कनकभाई पिता निमेश भाई (32) और हंसराज गोदारा पिता ओमप्रकाश गोदारा (22) निवासी श्रीडूंगरगढ राजस्थान के रुप में हुई है। दोनो आरोपियो ने ठग गिरोह को ठगी की रकम जमा कराने के लिये अपने खाते जालसाजो को किराये पर बेच दिया था। पूछताछ में सामने आया की शातिर आरोपियो ने विवाहिता पूजा को पहले तो घर बैठे ऑनलाइन जॉब दिलाने के नाम पर टेलीग्राम चैनल मे ज्वाइन कराया और टेलीग्राम चैनल से फ्लाईट टिकट बुक कर रेटिंग देने का टास्क दिया। इसके लिये फेक वेबसाईट का लिंक भेजकर रजिस्ट्रेशन कराने के बाद कम पैसै डिपाजिट करवाकर उनके एकाउंट में काफी अधिक रकम भेज दी। जब पूजा को उनपर विश्वास हो गया जब उसे दोबारा ऑनलाइन जॉब में टास्क कंपलीट करने पर मोटा प्रॉफिट दिलाने का लालच दिया गया। बाद में जब उन्होनें अपने एकांउट में आई रकम निकालने का प्रयास किया तब उन्हें बताया की अधिक रकम निकालने के लिये उनका स्कोर काफी कम है, उनका विड्राल रोकने की बात कहते हुए उनसे कई तरह के चार्जेस के नाम पर रकम जमा करवाई और फिर सारी रकम ऐंठ कर फोन बंद कर लिया।