-प्रदेश अध्यक्ष की उल्टी गिनती, प्रधान आ सकते हैं भोपाल
भोपाल । मप्र में भाजपा अध्यक्ष पद के इस महीने के आखिर तक एलान होने की संभावना बन गई है। जानकारी के मुताबिक तीन महीने पहले इस चुनाव के प्रभारी घोषित कर दिए गए। केन्द्रीय मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता धर्मेन्द्र प्रधान इस हफ्ते भोपाल आ सकते हैं। माना जा रहा है कि मई की शुरुआत तक मप्र में भाजपा को अपना नया अध्यक्ष मिल जाएगा। फिलहाल जिन नेताओं के नाम इस रेस में उनमें लंबे समय से हाशिए पर चल रहे पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा का नाम फिर सुर्खियों में आ गया है। बीते दिनों नरोत्तम मिश्रा से मुलाकात के लिए भाजपा के तमाम दिग्गज नेता उनके निवास पर पहुंचे थे। हालांकि इस बीच वीडी शर्मा से लेकर डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल तक दिल्ली दौड़ लगा चुके हैं। बाकी प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के ठीक पहले केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मध्य प्रदेश दौरे को भी इस चुनाव में अहम कड़ी के तौर पर देखा जा रहा है।
सियासी गलियारों में अचानक से पूर्व मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा का नाम भाजपा अध्यक्ष के लिए पहले नंबर पर आ गया है। इनके पहले तक बैतूल से पार्टी के विधायक हेमंत खंडेलवाल का नाम सबसे मजबूती में था। बीते कुछ हफ्तों में नरोत्तम मिश्रा के बंगले पर सियासी सरगर्मी बढ़ी। कैलाश विजयवर्गीय से लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे दिग्गजों की नरोत्तम मिश्रा से मुलाकात हुई। प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के पहले केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह का मप्र दौरा भी हुआ। उनके लौटने के बाद से ही अचानक डॉ. नरोत्तम मिश्रा का नाम प्रदेश अध्यक्ष के लिए जोर पकड़ गया।
धर्मेद्र प्रधान करेंगे घोषणा
मप्र में भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच इस समय सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष का एलान कब होगा। जो नेता इस दौड़ में कतार में हैं, वो भी सब्र बांधे बैठे हैं। इंतजार इस बात का है कि दिल्ली से मप्र में अध्यक्ष के लिए चुनाव प्रभारी बनाए गए धर्मेन्द्र प्रधान जब आएंगे तो उनके हाथ में किसके नाम की पर्ची होगी। दिल्ली में पिछले दिनों हुई बैठक के बाद ये माना जा रहा है कि अब मध्य प्रदेश में पार्टी अध्यक्ष पद के एलान में और देर नहीं लगाएगी।
अध्यक्ष पद के लिए रेस में ये दिग्गज भी
मध्य प्रदेश में वीडी शर्मा के बाद भाजपा का अगला अध्यक्ष कौन होगा। ये कार्यकर्ताओं की तरफ से पूछा जा रहा दूसरा सवाल है। मध्य प्रदेश में अध्यक्ष के चुनाव में अब तक इतनी देरी पहले कभी नहीं हुई। हेमंत खंडेलवाल अब भी इस रेस में सबसे आगे बने हुए हैं। वे संघ की पहली पसंद बताए जा रहे हैं। उधर पूर्व मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा से लेकर डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल और पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह, पूर्व मंत्री अरविंद भदौरिया के नाम भी रेस में बने हुए हैं। कांग्रेस प्रवक्ता संगीता शर्मा कहती हैं कि भाजपा में असल में प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक अध्यक्ष पद के चुनाव की गुत्थी पूरी तरह से उलझ गई है। मध्य प्रेदश में भी कतार लंबी होती जा रही है। बेचारे नेताओं कार्यकर्ताओं के सब्र की परीक्षा ली जा रही है। उधर पार्टी के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल कहते हैं कि कांग्रेस को अपनी कार्यपद्धति देखना चाहिए कि जहां जिलाध्यक्ष के चुनाव में खींचतान होती है। अब दिल्ली से नाम तय किये जा रहे हैं, क्योंकि यहां नेताओं के बीच में इतनी ज्यादा गुटबाजी है। भाजपा मजबूत संगठन वाली पार्टी है और हमारी पार्टी में हर निर्णय पूरी प्रक्रिया के साथ होता है। जब जो प्रक्रिया पूर्ण होगी, जो निर्णय होगा। वह सभी को पता चलेगा।