:: विकास, नवाचार और जनसरोकार पर खुली चर्चा, युवाओं को मिला मार्गदर्शन ::
इन्दौर । इन्दौर में आयोजित द चेंजमेकर कॉन्क्लेव में आज मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सहभागिता कर विभिन्न क्षेत्रों के पेशेवरों, युवाओं और जनप्रतिनिधियों से संवाद किया। हँसी, प्रेरणा और विचारों के आदान-प्रदान से भरपूर यह आयोजन नवाचार, सुशासन और सामाजिक परिवर्तन पर केंद्रित रहा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पूरा प्रदेश इन्दौर जैसा बने, यही हमारी सोच है। उन्होंने जनविश्वास अधिनियम सहित कई योजनाओं का उल्लेख करते हुए बताया कि अब उद्योग स्थापना के लिए 29 विभागों की अनुमति की आवश्यकता नहीं रह गई है, जिससे औद्योगिक विकास को गति मिली है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा फिल्म निर्माण, वेब सीरीज जैसे प्रोजेक्ट्स को पर्यटन के माध्यम से प्रोत्साहित किया जा रहा है और अनुदान की सुविधा भी प्रदान की जा रही है।
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा गरीबों, युवाओं, महिलाओं और किसानों के लिए किए जा रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सभी विधानसभा क्षेत्रों में खेल स्टेडियम और हेलीपैड बनाए जा रहे हैं, पाँच रुपये में बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराया जा रहा है और जल उपयोग की दिशा में भी ठोस कार्य हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में पुलिस बैंड पुनर्गठित किए गए।
कार्यक्रम की शुरुआत में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने स्वागत भाषण में कहा, विकट परिस्थितियों के बावजूद, इन चेंजमेकर्स ने अपने-अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय परिवर्तन लाए हैं। यह कार्यक्रम राजनीति और समाज के बीच एक सार्थक सेतु का कार्य करेगा।
कार्यक्रम में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, विधायक रमेश मेंदोला, भाजपा नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा सहित अन्य जनप्रतिनिधि और समाज के विभिन्न क्षेत्रों के चेंजमेकर उपस्थित रहे।
:: मुख्य आकर्षण ::
· मुख्यमंत्री द्वारा प्रतिभागियों के सवालों के जवाब
· क्लाइमेट मिशन इन्दौर की रिपोर्ट का विमोचन
· ग्राम पंचायत, ई-कोर्ट, कृषि, खेल, न्यायपालिका, डेयरी जैसे विविध विषयों पर चर्चा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अंत में कहा कि मूल भावना बहुत अच्छी है, सरकार के माध्यम से हम प्रयासरत हैं कि प्रदेश में प्रत्येक श्रेणी के नागरिकों को बेहतर सुविधाएँ मिलें। ‘द चेंजमेकर कॉन्क्लेव’ सकारात्मक पहल का उत्कृष्ट उदाहरण है।