पाकिस्तान को पीएम मोदी की दो टूक चेतावनी…..परमाणु ब्लैक्मेल बर्दाश्त नहीं

विकसित भारत के सपने को पूरा करने भारत का शक्तिशाली होना बहुत जरूरी
नई दिल्ली । भारत द्वारा आपरेशन बुद्ध मुस्कुराये के तहत किए गए पहले परमाणु परीक्षण के पांच दशक बाद सोमवार को पीएम नरेन्द्र मोदी ने पाकिस्तान को दो टूक शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि इस्लामाबाद के परमाणु ब्लैकमेल को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
आपरेशन सिंदूर शुरू होने के बाद पहली बार राष्ट्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने बुद्ध पूर्णिमा का जिक्र किया और कहा कि भगवान बुद्ध ने हमें शांति का रास्ता दिखाया है। शांति का मार्ग भी शक्ति से होकर गुजरता है। मानवता, शांति और समृद्धि की तरफ बढ़े, हर भारतीय शांति से जी सके, विकसित भारत के सपने को पूरा कर सके, इसके लिए भारत का शक्तिशाली होना बहुत जरूरी है और जरुरत पड़ने पर इस शक्ति का इस्तेमाल भी जरूरी है और पिछले कुछ दिनों में भारत ने यही किया है।
भारत ने 1974 में जब पहला परमाणु परीक्षण किया था उस दिन बुद्ध पूर्णिमा थी। इसी प्रकार 11 मई 1998 को जब दूसरा परमाणु परीक्षण किया गया तो उस दिन भी बुद्ध पूर्णिमा थी। भारत के दूसरे परमाणु परीक्षण का कूट नाम यद्धपि आपरेशन शक्ति था किंतु इसे बुद्ध दोबारा मुस्कुराये नाम से याद किया जाता है।
बुद्ध मुस्कुराये यह कोड संदेश पूर्व पीएम इंदिरा गांधी को तब भेजा गया था जब भारत ने 18 मई 1974 को राजस्थान के पोखरण टेस्ट रेंज में सफलतापूर्वक अपना पहला परमाणु परीक्षण किया था इस दिन बुद्ध पूर्णिमा थी। इसलिए, कोडनेम दिया गया।
पीएम मोदी ने कहा कि अब भारत पर आतंकी हमला हुआ तो मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। हम अपने तरीके से अपनी शर्तों पर जवाब देकर रहेंगे। हर उस जगह जाकर कठोर कार्रवाई करेंगे, जहां से आतंक की जड़ें निकलती हैं। मोदी ने पूरी दृढ़ता और चेतावनी भरे शब्दों में कहा कि हमने पाकिस्तान के खिलाफ अभियान को केवल स्थगित किया है और भविष्य उनके व्यवहार पर निर्भर करेगा।