आने वाला हफ्ता गर्मी से बेहाल करेगा, 13 जून के बाद मानसून देगा राहत

भीषण गर्मी से बेहाल लोगों के लिए मॉनसून अब तक आएगा, यह सबसे बड़ा सवाल है। अब भारतीय मौसम विभाग ने इसका अनुमान जाहिर किया है। मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली और उत्तर-पश्चिम भारत अभी करीब हफ्ते भर गर्मी का प्रंचड रुप देखना होगा। इसके बाद बारिश की भविष्यवाणी की गई है। आईएमडी के मुताबिक दिल्ली में अगले पांच दिनों में पारा 3-4 डिग्री सेल्सियस और ऊपर जाएगा। अनुमान है कि मंगलवार तक यह 44 डिग्री तक पहुंच जाएगा। इस तरह यह सीजन सबसे गर्म हफ्ता होगा। अभी तक दिल्ली में सबसे ज्यादा गर्मी 16 मई को पड़ी थी जब तापमान 42.3 रिकॉर्ड किया गया था।
मॉनसून बीते एक हफ्ते से आगे नहीं बढ़ा है। सूखी हवा के अवरोध के चलते 29 मई से मॉनसून की बढ़त थमी हुई है। अनुमान है कि अब 12 से 18 जून के हफ्ते में मॉनसून आगे बढ़ेगा। गौरतलब है कि अभी तक देश के कई हिस्सों में उस तरह से गर्मी नहीं पड़ रही है। इसका कारण दक्षिण पश्चिम मॉनसून का समय से पहला आना है। आमतौर पर मॉनसून जून के अंत तक देश के विभिन्न हिस्सों में पहुंच जाता है। वहीं, आठ जुलाई तक यह पूरे देश में पहुंच जाता है। दिल्ली मॉनसून पहुंचने की तारीख करीब 27 जून होती है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के पूर्व सचिव एम राजीवन ने कहा कि मॉडल्स बताते हैं कि करीब 12 जून तक मानसून बहुत कमजोर रहेगा। इसका कारण कमजोर मानसून प्रवाह और उत्तर-पश्चिमी दिशा से शुष्क हवा का प्रवेश है। अब मानसून की प्रगति के दौरान लंबे समय के लिए ठहराव देखा गया है। उन्होंने कहाकि हालांकि जून के तीसरे हफ्ते में यह फिर से जागृत हो सकता है।
इस बीच भारतीय मौसम विभाग ने विभिन्न प्रदेशों के लिए हीटवेव की चेतावनी जारी कर दी है। इसमें पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और पश्चिमी राजस्थान के नाम शामिल हैं। आईएमडी वैज्ञानिक नरेश कुमार ने कहा कि वैसे देश के विभिन्न हिस्सों में तापमान सामान्य से कम है। लेकिन अगले चार से पांच दिनों में इसमें बदलाव होगा। उन्होंने कहाकि नौ जून से राजस्थान और 10 जून से पंजाब के कुछ हिस्सों, हरियाणा, यूपी और मध्य प्रदेश में हीटवेव का दौर शुरू होने का अनुमान है। वहीं एक अन्य मौसम एजेंसी ने कहा कि इस क्षेत्र में मौसम तंत्र, जिसमें एक पश्चिमी विक्षोभ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन शामिल हैं, दोनों कमजोर हो गए हैं। उन्होंने कहाकि मानसूनी बारिश 13 जून से शुरू होने लगेगी। तब तक करीब पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और छत्तीसगढ़ सहित पश्चिमी हिमालय में सूखे मौसम की स्थिति बनी रहेगी। 10 जून से दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत और पूर्वोत्तर राज्यों में हल्की से मध्यम वर्षा के साथ अलग-अलग जगहों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। आईएमडी के कुमार ने कहाकि तीन से चार दिनों के बाद, पूरे दक्षिणी प्रायद्वीप में मानसून फिर से सक्रिय होगा और केरल, कर्नाटका और तमिलनाडु में भारी बारिश लौटेगी।