मुख्यमंत्री ने रामघाट पर किया भगवान महाकालेश्वर का पूजन –

:: मनमोहक प्रस्तुतियों से गूंजा क्षिप्रा तट ::
उज्जैन । आज पवित्र श्रावण मास में भगवान श्री महाकालेश्वर की दूसरी सवारी के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव उज्जैन पहुँचे और क्षिप्रा नदी के तट पर विशेष पूजन-अर्चन किया। रामघाट पर भगवान महाकालेश्वर की चंद्रमोलेश्वर स्वरूप में पालकी पहुँचने के बाद, मुख्यमंत्री ने स्वयं क्षिप्रा के पवित्र जल से भगवान का पूजन किया। यह अलौकिक दृश्य वैदिक मंत्रोच्चार और शंखनाद के बीच संपन्न हुआ।
मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप, इस अवसर पर रामघाट पर भव्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी दी गईं। पुलिस बैंड ने मनमोहक धुनें बिखेरीं, वहीं ओडिशा के जनजातीय कलाकारों ने शंख हवनी नृत्य और छत्तीसगढ़ के कलाकारों ने पंथि नृत्य प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। रामघाट के दूसरी ओर, दत्त अखाड़ा घाट पर भी वैदिक मंत्रोच्चार गूंजते रहे, और कलाकार सुश्री लक्ष्मी तलरेजा ने भगवान शिव पर आधारित भक्तिमय भजन प्रस्तुत किए।
भगवान श्री महाकालेश्वर की पालकी के रामघाट पहुँचते ही, पूरा वातावरण शंखनाद से गूँज उठा। विधिवत पूजन-अर्चन और आरती के बाद, भगवान चंद्रमोलेश्वर स्वरूप में भक्तों का हाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकले। इस दौरान बड़ी संख्या में भक्तजन सवारी में शामिल होकर भगवान के दर्शन कर रहे थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस पावन अवसर पर भगवान श्री महाकालेश्वर का पूजन कर प्रदेश की सुख-समृद्धि और विकास की कामना की। इस दौरान उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, विधायक अनिल जैन कालुहेड़ा, महापौर मुकेश टटवाल, संजय अग्रवाल और अन्य गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे।