लगभग दर्जनो टूरनामेण्ट मे सहयोगी कोच बनने के बाद ।
अमय लश्करी ने सोचा क्यु ना �ुद की एक इंटरनेशनल टीम बनायी जाये । आ�िरकार इतनी ज्यादा टेलनटेड प्रतिभाए तो अमय लश्करी के पास थी ही । अमय लश्करी ने जैद तु�·ार ओर आर्यन को लेकर आगे बढ़ने का सोचा । मगर जैद ओर तु�·ार ने एलेट छोड दिया । अमय ने फिर भी हार नही मानी क्युंकि आयु�· अविराज कृ�·्णा ओर आर्यन की चौकडी अभी भी अमय के साथ थी । ओर साथ मे ऋ�·िराज अ�िलेश ओर आजाद अपने �ेल को ओर बेहतर बना रहे थे । किसी भी टीम के लिये जरूरी होता है उसका मैनेजर ओर कप्तान । अमय ने गोवा मे समर केम्प र�ा ओर सोच लिया यहीं से वो अपने नेशनल इंटरनेशनल �िलाड़ी निकलेन्गे । मगर गोवा का बजट पूरा डगमगा गया । ओर अविराज ने टीम को सम्भाला। कृ�·्णा ने पूरे टीम के �ाने की जिम्मेदारी ली । आ�िरकार समर केम्प �तम हुआ । �िलाडी चुन लिये गये । मगर इतना असान कहा होता है मंजिल को पाना साहेब दु�द �बर ये आयी कि आर्यन अमृत्सिर मे नेशनल नही �ेलेंगे । अब चुकी अमय ने पूरी टीम उन्ही को ध्यान मे र�्किर बनायी थी तो वो चाहते थे कि � ीक है आर्यन सिधे इंटरनेशनल मे �ेले । सिर्फ 10 �िलाडियो के साथ एलेट ने मैच �ेले । ओर आयु�· मालवीय की बदोलत वे इंटरनेशनल मे क्वलिफाय कर गये। लेकिन अब तक टीम के कप्तान ओर मैनेजर का कोई अता पता नही था । ओर दुसरी टीम के कोच अमय को दे�्किर तंज कसने लगे “तु तो बहुत बडी टीम बनाने वाला था ” । अब अमय के दिल पर क्या बीत रही थी ये वो ही जाने । फिर भी अमय ने देहरादून मे केम्प आयोजित कर टीम को विश्वास दिलाया कि मैं इस केम्प से एक बेहतर कप्तान ओर मैनेजर निकालूँगा जो टीम को साथ लेकर आगे बढ़ेगा । अमय ने देहरादून के तिरथ पेलेस होटल मे आर्यन सजल ओर तनिश्क़ को समझाया की केसे वो एलेट को बढ़ाना चाहते है । ओर अगर सब सही रहा तो शायद एलेट इंदौर की सबसे बडी क्लास ओर इंटरनेशनल की छुपी रुस्तम टीम साबित होगी । मगर आर्यन ने ये आइडिया सुनकर भी णिग्लेक्ट कर दिया। अब अमय ने सोचा की वो �ुद ही मैनेजर ओर कप्तान की भुमिका निभाएंगे । मगर थोडे ही दूर एक कमरे मे सजल राव के दिमाग मे अभी भी अमय के ये एक आइडिये ने �लबली मचा र�ी थी । उन्होने अमय को कॉल किया ओर कहा मुझसे बेहतर मैनेजर कहिं नही मिलेगा । ओर अमय ने सजल के साथ अपणे आने वाले टौर्णमेण्ट प्रारम्भ किये। कृ�·्णा ओर अविराज ने अमय से कहा आर्यन इससे बेहतर �िलाड़ी है । मगर अमय ने सजल पर विश्वास र�ा । टीम तैयार हो गयी अमय ने पॉलिटिक्स करके सजल को र� तो लिया था मगर टीम के अनुभवी प्लेयर अब भी इस फैसले को गलत बता रहे थे । अब टीम के पेहले मुकाबले की बारी आयी यानी पहला इंटरनेशनल ओर वो भी दुनिया की चोथी सबसे अछि टीम ( मलेशिया) के सामने यानी की आत्महत्या �ुद्�ुशी लेकिन एलेट इण्डिया ने ना सिर्फ अपनी मेहनत ओर इमानदारी से पॉइन्ट स्कोर करे बल्कि फेडेरेशन के लिये भी भारत को क्वलिफाय करा दिया । अब अमय ओर सजल की एलेट क्लास ने पीछे मुडकर नही दे�ा 2018 मे एलेट ने 4 डिस्ट्रिक्ट टौर्णमेण्ट कराये जिसमे गेस्ट ऑफ़ हाणर रुचिर लश्करी रहे । 1 स्टेट टौर्णमेण्ट भी पच्मर्ही मे आयोजित कराया ओर देहरादून इण्डियन मिलित्रि के कोच राजेन्द्र गुप्ता से राश्ट्रीय केम्प मे अवार्ड भी लिया । राहुल जो कि अर्थिक टंगी मे थे उन्हे 4 स्कूलो से रोजगार भी प्राप्त हुए ओर इन्ही सब कारणो से एलेट 100 प्लेयर क्लब मे भी पहुंच गया । ओर उनकी टीम ने कोलोंबो की जमिन पर भी झण्डे गाढ़े ओर आयु�· मालवीय को प्लेयर ऑफ़ ईयर से भी नवाजा गया जो ना सिर्फ इंदौर की बल्कि मध्यप्रदेश की सबसे ज्यादा बडी टीम बनकर उभरी । गोआ �ेल महोत्सव मे उन्के अर्द्धशट्किया �िलाडी इस बात का सबूत है कि किसी का दुर्भाग्य ही किसी का सौभाग्य बनता है । एसे मे सबसे ज्यादा याद हमे हैदराबाद गोल्ड मेडलिस्ट आर्यन ओर हर्�· एवं तनि�·्क की आती है जिनके पास �ुद एक सुपरहिट टीम पहु
ंची ओर वो उसमे शमील नही हो पाये । बनने ओर बनाने का एक किस्सा ये भी ।