(हैदराबाद) अधिग्रहण के माध्यम से प्रतिरक्षा क्षेत्र में दखल बढ़ाने की कोशिश कर रहा है अडानी समूह

हैदराबाद (ईएमएस)। प्रतिरक्षा के क्षेत्र में कार्य करने वाली अल्फा डिजाइन टेक्नॉलजीज के 400 करोड़ में अधिग्रहण के बाद अडानी ग्रुप दुनिया भर में इस क्षेत्र में अधिग्रहण के मौके तलाश रहा है। अडानी समूह ने हाल ही में हैदराबाद में अनमैन्ड एरियल व्हीकल (यूएवी) बनाने वाला प्लांट भी शुरू किया है। अडानी समूह के प्रमुख (डिफेंस एंड एयरोस्पेस), आशीष राजवंशी ने बताया कि समूह ने पिछले दो सालों में प्रतिरक्षा क्षेत्र में 300 माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइसेज (एमएसएमई) का ड्यू डिलिजेंस पूरा किया है। उन्होंने कहा कि अडानी ग्रुप इन-हाउस कैपेबिलिटी बढ़ाने के लिए इनमें से कुछ फर्मों को खरीदेगा। उन्होंने कहा हमने कुछ ऐसी फर्मों की पहचान की है जिनके पास भविष्य के लिहाज से अच्छी क्षमताएं हैं। उदाहरण के लिए, भारतीय सेना जिस सॉफ्टवेयर डिफाइंड रेडियो की बात कर रही है, उस पर अल्फा कार्य कर रही है। ड्यू डिलिजेंस के आधार पर, हमने देश की कुछ अच्छी कंपनियों की पहचान की है, जो अब पोर्टफोलियो का हिस्सा बन गई हैं। हमें जहां क्षमता में कमी दिखेगी वहां हम अधिग्रहण की रणनीति जारी रखेंगे।
अडानी के पोर्टफोलियो में अब अल्फा डिजाइन, कॉम्प्रोटेक, ऑटोटेक जैसी कंपनियां हैं और इसके एल्बिट, सैब, रेव गियर्स और रोसोबोरोनेक्सपोर्ट के साथ ज्वाइंट वेंचर हैं। हैदराबाद में यूएवी मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में अडानी ग्रुप की 51 फीसदी हिस्सेदारी है। इसमें बाकी का 49 फीसदी हिस्सा एल्बिट सिस्टम्स के पास है। अडानी ग्रुप के हैदराबाद के कैम्पस में लगभग 50,000 स्क्वेयर फीट में मौजूद यह यूनिट इजरायल के बाहर हरमिस 900 यूएवी बनाने वाला पहला प्लांट होगा। इस प्लांट से ग्लोबल मार्केट की जरूरतें पूरी की जाएंगी और यह भारतीय सेना के लिए भी यूएवी बना सकता है। राजवंशी ने बताया कि अडानी ग्रुप इस प्लांट की कैपेसिटी बढ़ाने पर भी विचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि हैदराबाद में अडानी ग्रुप के एयरोस्पेस पार्क में अमेरिकी कंपनी रेव गियर्स के साथ ज्वाइंट वेंचर में अगले वर्ष सितंबर तक हेलिकॉप्टर गियर बनाने की भी योजना है। इस वेंचर में इक्विटी होल्डिंग 51:49 या 74:26 की होगी।
अनिरुद्ध, ईएमएस, 17 दिसंबर 2018