धान बेचकर नहीं चुकाना पड़ेगा कर्ज

० जिले के लगभग ५३ हजार किसानों के कर्ज होंगे माफ
बिलासपुर (ईएमएस)। ग्राम बिरकोना विकासखण्ड बिलासपुर के कृषक गनपत कौशिक को अब धान बेचकर कर्ज नहीं चुकाना पड़ेगा। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा किसानों के कर्ज माफी के संबंध में लिये गये ऐतिहासिक फैसले से उसे बड़ी राहत मिली है। कर्ज माफी के इस निर्णय से बिलासपुर जिले के लगभग ५३ हजार किसानों के लगभग २०० करोड़ रूपये के अल्प कालीन कृषि ऋण माफ होंगे।
सहकारी समिति बिरकोना में अपना धान बेचने पहुंचे गनपत कौशिक ने बताया कि उसके पास ८ एकड़ ७९ डिसमिल की पैतृक भूमि है, जिसमें वह कृषि कार्य कर अपने परिवार का गुजर-बसर करता है। इस साल उसने ग्रामीण बैंक बिरकोना से ७६ हजार रूपये नगद ऋण और २० हजार रूपये का खाद-बीज, इस तरह ९६ हजार का अल्पकालीन ऋण लिया था। इस बड़े कर्ज को चुकाने के लिए वह अपने धान बिकने का इंतजार कर रहा था, लेकिन अब उसे इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि अब उसका यह ऋण माफ हो जायेगा। गनपत बहुत खुश है। अब उसे बढ़े हुए समर्थन मूल्य से भी फायदा होने वाला है। गनपत ने बताया कि उसकी पुत्री विवाह योग्य है तथा कर्ज माफी से मिले फायदे से वह अपनी पुत्री का विवाह अच्छे से करेगा।
इसी प्रकार ग्राम बिरकोना के ही लघु कृषक दिनेश शुक्ला भी बहुत खुश है, उसके पास ३ एकड़ भूमि है। जिसमें खेती करने के लिए उसने सहकारी बैंक बिरकोना से इस वर्ष ३० हजार रूपये नगद ऋण लिया था। उसने बताया कि वह हर साल खेती करने के लिए बैंक से कर्ज लेता है, लेकिन कर्ज चुकाने के बाद उसके पास बहुत कम पैसे बचते थे, जिसके कारण उसे आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ता था। इस साल उसका पूरा ऋण माफ होने वाले है, जिससे लगभग ४० हजार रूपये आय प्राप्त कर लेगा। इस राशि को वह बैंक में जमा करके भविष्य के लिए बचत कर पायेगा।