भोपाल । मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) 10वीं और 12वीं के रिजल्ट बुधवार को घोषित करने जा रहा है। परीक्षा परिणाम को लेकर बच्चों में तनाव देखा जा सकता है। हालांकि इस बार बच्चों पर माता-पिता का दबाव नहीं दिख रहा, लेकिन बच्चे खुद के स्ट्रेस से परेशान हैं। इसको लेकर माध्यमिक शिक्षा मंडल की हेल्प लाइन पर हर दिन करीब 350 कॉल पहुंच रहे हैं। इनमें 70 फीसदी बच्चे रिजल्ट की तारीख पूछ रहे हैं, जबकि 10 फीसदी बच्चे स्ट्रेस को लेकर सवाल कर रहे हैं। वहीं शेष 20 फीसदी बच्चे रिजल्ट के बाद विषयों के चयन और कॅरियर से संबंधित सवाल कर रहे हैं। हेल्प लाइन पर जनवरी से लेकर अप्रैल के अंत तक करीब 44 हजार छात्र-छात्राएं काउंसलिंग के लिए कॉल कर चुके हैं। जनवरी में औसतन 7 हजार कॉल आए थे, लेकिन फरवरी और मार्च में कॉल की संख्या 10 हजार पहुंच गई। अप्रैल में यह आंकड़ा फिर से 7 हजार पर आ गया। औसतन हर दिन 350 बच्चे हेल्प लाइन पर कॉल कर रहे हैं।
हेल्प लाइन के लिए टोल फ्री नंबर-18002330175 या फिर 0755-2570248, 2570258 पर काउंसलर सातों दिन सुबह 8 से रात 8 बजे तक 12 घंटे मौजूद रहती हैं। यहां एक बार में 6 कॉल रिसीव हो सकते हैं। अगर कोई बच्चा फोन पर बात नहीं करना चाहता है, तो वह खुद हेल्प लाइन में पहुंचकर काउंसलर को अपनी समस्या बता सकता है। माशिमं की हेल्पलाइन में छह काउंसलर्स अलग-अलग शिफ्ट में काउंसलिंग करते हैं। उनका पेरेंट्स को यही सुझाव है कि रिजल्ट के दिनों में बच्चों को हतोत्साहित या निराश करने वाली बात ना करें। घर का माहौल सकारात्मक बनाकर रखें। सभी माता-पिता को जीवन के अनुभव बताते हुए बच्चों को बताना चाहिए कि कितनी भी बड़ी परेशानी आ जाए, उसे संयम से हल किया जा सकता है। खुद पढ़ाई के कोर्स, फीस, कॅरियर की पूरी जानकारी एकत्रित कर बच्चों को इसके बारे में बताएं। पढ़ाई के दौरान और बच्चे की रोजाना की दिनचर्या के बीच उनकी रुचि के बारे में जानने की कोशिश करें।
सुदामा नर-वरे/14मई2019