प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीबी उनकी जाति है। उन्होंने खाना पकानें के दौरान निकलने वाले धुआ, शौचालय नही होने के कारण महिलाओं को होने वाले कष्ट,बरसात में टपकती छतें और पैसे के अभाव में इलाज नही होने की समस्या को देखा है। उन्होंने कहा कि वह नहीं चाहते कि लोगों की संतानें भी पिछड़ी हुई जिंदगी जीने के लिए मजबूर हो। वह नहीं चाहते कि लोगों की संतानों को विरासत में पिछड़ापन और गरीबी मिले।
श्री मोेदी ने कहा कि 2022 तक देश के सभी गरीबों को पक्का घर दे दिया जायेगा। इसके साथ ही पांच लाख रूपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा लाेगों को मिल रही है। छोटे किसानों के बैंक खातों में रूपये दिये जा रहे है। इतना की नही अब छोटे किसानों, दुकानदारों और खेत मजदूरोें को 60 साल के बाद पेंशन की सुविधा देने के लिये योजना भी बनायी जायेगी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने सामान्य वर्ग के गरीबों को नौकरियों में दस प्रतिशत आरक्षण देने का प्रावधान किया है और अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार सबका साथ सबका विकास और सबके सम्मान के सिद्धान्त पर काम कर रही है। उन्होंने पूर्वांचल क्षेत्र में हुये विकास कार्यो की चर्चा करते हुये कहा कि इस क्षेत्र में रेलगाड़ियों की आवाजाही बढ़ी है और रेल लाइनों का बिजलीकरण किया गया है। आवाजाही के लिये संर्पक सुविधाओं का विकास हुआ है जिससे इस क्षेत्र में उद्योग आयेंगे।