बलिया । कांग्रेस नेता व उत्तर प्रदेश की बसपा सरकार में मंत्री रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने बसपा में पुनः शामिल होने की संभावना से इंकार करते हुए दावा किया है कि 23 मई के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती भाजपा से मिल जायेंगी। बुधवार को यहाँ संवाददाताओ से बातचीत करते हुए कांग्रेस नेता सिद्दीकी ने बसपा सुप्रीमो मायावती के प्रधानमंत्री पद की दावेदारी को लेकर मीडिया में चल रही खबरों पर आश्चर्य प्रकट किया। बसपा के घटक दल सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व राष्ट्रीय लोकदल ने कभी भी यह स्पष्ट रूप से नही कहा कि वह मायावती के प्रधानमंत्री पद की दावेदारी का समर्थन करते हैं। अखिलेश यादव ने सिर्फ यह कहा है कि अगला प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश से ही बनेगा, तब ऐसे में मायावती के प्रधानमंत्री बनने का सवाल ही कहाँ उठता है।
उन्होंने दावा किया कि 23 मई के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती भाजपा से मिल जायेंगी। मायावती पहले भी भाजपा से मिल चुकी हैं तथा भाजपा को अपना वोट ट्रांसफर करा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि मायावती पर इस तरह का दबाव बनेगा कि वह भाजपा का हिस्सा बन जायेगी। जब मायावती भाजपा के साथ चली जायेगी तो सपा के सामने कांग्रेस के साथ देश व प्रदेश हित में आने के सिवाय कोई विकल्प नही रह जायेगा। सिददीकी ने कहा कि राजनीति में कुछ भी असम्भव नही होता। वह पिछले 33 वर्ष से मायावती को जानते हैं। जितना वह उनको जानते हैं,उतना मायावती भी स्वयं को नही जानती। साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि वह आज भी मायावती जी का बहुत सम्मान करते हैं। उन्होंने एक सवाल के जबाब में बसपा में पुनः शामिल होने की संभावना से इंकार किया। वह कांग्रेस में हैं तथा मृत्यु के समय तक कांग्रेस में ही रहेंगे। उन्होंने दावा किया कि लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस की सरकार बनेगी तथा राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनेंगे। देश के अधिकांश लोग मोदी जी को प्रधानमंत्री के रूप में नही देखना चाहते।
जितेन्द्र
15 मई 2019