मन की बात :मिले न फूल तो काँटों से दोस्ती कर ली

क्या मात्र कुछ किसानों के आगे नतमस्तक हो गए  आप सरकार ?  देश की वर्त्तमान  हालातो…

किसान आंदोलन की सफलता से सबक

————————————————– आखिरकार आंदोलनजीवी फिर किसान साबित हो ही गये। देश के सबसे बड़े और लंबे चले…

‘पूर्व तैयारी होगी तो बुढ़ापा आराम से कटेगा’

उम्र के आख़री पड़ाव में तंदुरूस्त रहना है तो अपनी दिनचर्या में अनुशासन को स्थान देना…

गलती से मिस्टेक

डॉ. सुरेश कुमार मिश्रा ‘उरतृप्त’, मो. नं. 73 8657 8657 आजकल सीखने और सिखाने का पढ़ने…

कौन कितना जिम्मेदार

          है यह शोर कैसा या आमूमन मचा हाहाकार है,       जनता या सरकार, कौन  कितना  जिम्मेदार…

नैतिकता वह सकारात्मक सोच”

वर्ष 2008, आपदा प्रबंधन संस्थान भोपाल में विभागीय कोर्स के दौरान व्याख्याता द्वारा जापान से संबंधित…

क्योंकि सरकार भी कभी…

डॉ. सुरेश कुमार मिश्रा उरतृप्त, मो. नं. 73 8657 8657 नई नवेली सरकार एकदम नई नवेली…

देखते ही देखते यह क्या हुआ….. !

                               राजेंद्र बज                             राजनीति में वह दौर अब न रहा जब व्यापक जनहित के प्रति समर्पित विचारधारा…

संसद में खेती

डॉ. सुरेश कुमार मिश्रा उरतृप्त, मो. नं. 73 8657 8657 किसानों ने कहा कि उनका हल…

पैंतीस पैसे रोज …..सही पकड़े हैं …..

जी आप को अब समझ में आ गया होगा रोज रोज पैंतीस पैसे क्यों बढाए जा…