2019 का चुनाव राहुल प्रियंका अखिलेश और तेजस्वी के नाम

नई दिल्ली । लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे कुछ भी सामने आए, लेकिन यह चुनाव 4 युवा नेता राहुल गांधी, बहिन प्रियंका, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव के नाम रहेगा। इन चारों युवा नेताओं ने जिस आक्रमक तरीके से सूझबूझ के साथ चुनाव मैदान में प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को चुनौती दी है। उससे यह चारों नेता भारतीय राजनीति के क्षितिज में बड़ी तेजी के साथ उभरे हैं।
राहुल गांधी को कुछ वर्ष पूर्व पप्पू शहजादा और तरह तरह से हंसी मजाक का पात्र बनाया गया था। राहुल गांधी ने बड़ी हिम्मत के साथ ना केवल नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी को जवाब दिया। वरन उन्होंने जिस तरह से इस चुनाव में मोदी और शाह की जोड़ी को मुसीबत में डाला है। वह आश्चर्यचकित करने वाला रहा। राहुल और प्रियंका गांधी ने जिस आक्रामक तरीके से मोदी शाह का मुकाबला किया है। उससे मतदाता बड़ी तेजी के साथ इन दोनों नेताओं की ओर आकर्षित हुआ है।
इसी तरह उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव ने बसपा सुप्रीमो मायावती के साथ गठबंधन करके मोदी और शाह के हमलों को ना केवल नाकाम किया है। वरन पूरी ताकत के साथ मोदी और शाह का मुकाबला कर, यह साबित कर दिया है, कि उत्तर प्रदेश और देश की राजनीति में अखिलेश एक उभरते हुए मजबूत नेता हैं।
बिहार में लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने जिस राजनीतिक परिपक्वता का परिचय, इस छोटी सी उम्र में दिया है। बिहार और झारखंड की राजनीति में एक मंजे हुए आक्रमण राजनेता के रूप में मोदी शाह की जोड़ी को चुनौती दी है। उससे स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह हतप्रभ हुए हैं।
प्रियंका गांधी ने तो पिछले डेढ़ माह में जिस तरीके से उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। उससे मतदाताओं और राजनेताओं के बीच 1979 और 1980 की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की छवि देखने को मिली है। प्रियंका गांधी ने बड़े शालीन तरीके से आक्रमक होकर जिस तरह से जवाब दिया है। वह भारतीय राजनीति में आश्चर्य के रूप में देखा जा रहा है। उनकी रेलियों में भारी भीड़ उमड़ी। मतदाताओं के बीच इंदिरा की छबि प्रियंका के रुप में देखी गई है।
इन चारों उभरते हुए नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जिस तरह की चुनौती दी है। वह वाटर लू के मैदान और कुरुक्षेत्र में अर्जुन के पुत्र अभिमन्यु की याद को ताजा करने वाली थी। राहुल ने जहां मोदी सहाय के चक्रव्यूह को भेजने का काम किया है। वहीं प्रियंका गांधी अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव जैसे उभरते हुए नेताओं ने जो चुनाव मैदान में छाप छोड़ी है। उससे भारतीय राजनीति में एक नए उभरते हुए सशक्त नेतृत्व को लेकर एक नया भरोसा, मतदाताओं के बीच में जागा है। चारों नेताओं की सारे देश में चर्चा हो रही है।
56 इंच के बदले 224
पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिली भारी सफलता के बाद अगले कुछ वर्षों तक यह कहा जाता रहा कि मोदी के बाद कौन। मोदी भी अपनी 56 इंच के सीने को आधार बनाकर देश में खुद को शक्तिशाली नेता के रुप में प्रचारित करते रहे। मगर इस चुनाव में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव ने जिस तरह से जनता के बीच में अपनी जगह बनाई उससे कहा जाने लगा है कि मोदी को जवाब देने 56 इंच के बदले 224 सामने आ गया है।
एसजे/गोविन्द/19मई