जयपुर । लोकसभा के हुए 2019 के चुनाव में प्रतिपक्ष से लेकर सत्तापक्ष के दोनो पार्टियों के बड़े दिग्गज नेतृत्व अपनी अपनी सरकार बनाने का दावा कर रहे है तो राजस्थान की भाजपा ने 19 सीटें जीतने का दावा किया है कि शु्रक है पहले यही सब बडे नेता राज्य की सभी 25 लोकसभा सीटें जीतने का दावा बड़ी दिलेरी से किया करते थे जनता का फैसला मतपेटियों में बंद हो गया है बंद फैसले से पहले हुई वोटिंग प्रतिशत और कार्यकर्ताओं की मेहनत के आधार पर भाजपा ने अब यह दूसरा दावा ठोका है कि राज्य से भाजपा को 19 सीटें जीतने का गौरव प्राप्त होगा।
केंद्रीय संगठन भी प्रदेश भाजपा संगठन से पूरी रिपोर्ट ले चुका है हालांकि मीडिया के सामने प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी की दलील है कि वह 25 की 25 सीटें जीत रहे है स्वभाविक सी बात है कि अभी अंतिम चरण का चुनाव बाकी है ऐसे में कुछ भी कह पाना राजनीतिक तौर पर ठीक रहे इसीलिए बयान दिया जाना भी स्वाभाविक है लेकिन भाजपा संगठन चुनाव के बाद 25 सीटों का रिजल्ट सर्वे करवा चुका है. साथ ही पार्टी के प्रमुख प्लानर वोटिंग के आधार पर और बूथों के आधार पर भी हर एक क्षेत्र का आकलन कर चुके है। भाजपा करौली धौलपुर सीट को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त नहीं है तो दूसरी तरफ दौसा ,भरतपुर, टोंक-सवाई माधोपुर, नागौर और जोधपुर सीटों पर भी कड़ी टक्कर मान रही हैं, लेकिन भाजपा का अंदरूनी सर्वे कह रहा है कि प्रदेश में कांग्रेस के पारंपरिक वोटर्स ने विधानसभा चुनावों की तुलना में इस बार कम संख्या में वोट किये है कांग्रेस से भाजपा के वोटर्स ज्यादा संख्या में बाहर निकले है. इस बार भाजपा अपने सर्वे में कुछ अपवाद क्षेत्रों को छोडक़र माली व गुर्जरो को भी बड़ी संख्या में खुद के साथ मानकर चल रही है. बाकी अन्य जातियों के अलावा सर्वाधिक विश्वास यूथ को लेकर है. भाजपा के सर्वे में माना है कि इन सभी स्थितियों के बाद भी 6 सीटों पर हार जीत का अंतर कम होगा इन सबके बीच बड़ी बात ये है कि भाजपा का अंदरूनी सर्वे कितना सटीक साबित होता है। या फिर अंडर करंट-आउट करंट को सर्वे भी नही समझ पाएंगे। इसके लिए 23 मई को आने वाले चुनाव परिणाम का इंतजार करना पड़ेगा।
अशोक शर्मा/ 5 बजे/ 19 मई , 2019