खातिपिप्लिया , बुरानाखेड़ी और रालामंडल अभ्यारण में प्रवासी पक्षियों का हुआ आगमन

 स्थानिय पक्षी और तितलिया भी अच्छी संख्या में दिखाई दे  रहे 

इंदौर (शारिक खान )

बरसात का मौसम समाप्त होने और मानसून की वापसी के साथ ही इंदौर के अलग अलग क्षेर्त्रो में शरद ऋतू के प्रवासी पक्षी का आगमन प्रारंभ हो जाता है | सबसे पहले आने वाले पक्षियों में ग्रे वेग्टैल , वाइट वेग्टैल , यलो वेग्टैल, कॉमन केस्ट्रेल, ब्लू चीक्ड बी-ईटर( पैसेज माइग्रेंट )  प्रमुख हैं | वेग्टैल प्रजाति सितम्बर के दूसरे सप्ताह से इंदौर के पूर्वी इलाकों में दिखाई देने लगती है और  अधिकतर यह  तालाबों , नदी या अन्य जलाशयों के आसपास दिखाई देते है  |  घांस के मैदानों और खेतो पर  यूरोपियन रोलर , साइबेरियन स्टोनेचेट, पाईड बुषचेट भी दिखाई देते है | वर्तमान में ये सभी पक्षी कनाडिया गाँव के आगे स्तिथ बुरानाखेड़ी तालाब, खातिपिप्लिया तालाब  तथा  रालामंडल अभ्यारण और इनके आस पास के क्षेत्रो में  दिखाई दे रहे है |  रालामंडल अभ्यारण तथा  खातिपिप्लिया तालाब के घने – छायादार वृक्षों और झाड़ियों वाले क्षेत्र में रेड-ब्रेस्टेड फ्लाईकेचर, ब्लैक -रेडस्टार्ट , यूरेशियन राइनेक,  साइबेरियन चिफचेफ भी दिखाई दे रहे है |    बुरानाखेड़ी तालाब और  खातिपिप्लिया तालाब में नौर्थन पिनटेल , गडवाल के साथ साथ वुड सेंडपाइपर, कॉमन सेंडपाइपर, स्पॉटेड रेड्शेंक , इंटरमीडिएट इग्रेट भी प्रवास पर आ गए है | इन प्रवासी पक्षियों के अतिरिक्त स्थानीय पक्षी भी यहाँ दिखाई दे रहे है जिनमे इंडियन रोलर, लॉन्ग-टेल्ड श्राइक , बे-बेक्ड  श्राइक, ब्लैक ड्रोंगो, एशि ड्रोंगो, वाइट बैलीड ड्रोंगो, इंडियन ग्रे हार्नबिल , रूफ़स ट्री पाई , यलो-क्राउंड वुडपैकर, ब्राउन  केपड  पिग्मी  वुडपैकर, कॉमन आयोरा,   ग्रे-ब्रेस्टेड प्रीनिया, प्लेन प्रीनिया, शिकरा , इजिप्शियन वल्चर , शोर्टटॉड इगल आदि प्रमुख है | बारिश के बाद  रालामंडल अभ्यारण की जैव विविधता में भी बढोतरी हुई है जिसके परिणाम स्वरुप यहाँ तितलियों, कीट पतंगों की अनेक प्रजातियाँ  भी पनप रही है  परन्तु जानकारी के आभाव इनका कही उल्लेख नहीं किया जाता है | अभ्यारण के प्रवेश द्वार से लेकर शिकारगाह तक ऑरेंज टिप, कॉमन गुल , जेज़बेल, इमिग्रेट , कॉमन मॉरमॉन ,कॉमन क्रो , ग्रास यलो, प्लेन टाइगर , कॉमन लेपर्ड , ब्लू टाइगर, कॉमन सैलेर , ग्रे-पीकॉक-लेमन-ब्राउन-ब्लू पेंसि , कॉमन पाइरेट , ज़ेब्रा ब्लू , क्यूपिड , कैस्टर, कॉमन लाइम , पाईनियर  आदि प्रजातियों/उपप्रजतियों की तितलिया देखि जा सकती है क्योंकि यहाँ पर उनके भोजन तथा प्रजनन के लिए उपयुक्त पेड़, जंगली पौधे , घांस उपलब्ध रहती है | तितलियों के अतिरिक्त यहाँ ड्रैगनफ्लाई, डेम्सेल फ्लाई , टिड्डों एवं अन्य कीट पतंगों की अनेक प्रजातियाँ भी दिखाई दे रही है |