परिभाषा प्रजातंत्र की

परिभाषा प्रजातंत्र ने

बदला ऐसा रंग

खो गया मूल भाव,

अर्थ हो गया प्रजातंग

अपराधी और पुलिस का रिश्ता

है आज बेजोड़

इनके संबधों की नहीं शानी

नहीं है इनका कोई तोड़

भले शरीर हैं अलग-अलग

दरअसल एक ही इनका अंग…….

नेता-अफसर एक से 

घोटाले में नहीं कसर

करते वार जनता पर

इक सा होता असर

तरीकें हैं भले ही अलग

किन्तु है इनका इक सा ढ़ंग…..

कारनामे करते कुछ ऐसा

दीखने में लगे हैं खास

कर देते करिश्मा ऐसा

देखकर भी होता नहीं विश्वास

काट रहे अंगुलियां खुद से

देखकर आवाम भी है दंग……

परिभाषा प्रजातंत्र ने

बदला ऐसा रंग

खो गया मूल भाव

अर्थ गया प्रजातंत्र

     ……राजेंद्र कुमार सिंह

लिलीआरकेड,फलैट नं-101

इंद्रानगर,वडाला पाथरडीह रोड

मेट्रो जोन,नाशिक-09,ईमेल: