“होना चाहिए…”

लॉक डाउन…, 

रैलियों में होना चाहिए…!

समझौता…, 

सड़क पर होना चाहिए…! 

न्याय…, 

अदालत में होना चाहिए…! 

बहस…, 

संसद में होना चाहिए…! 

मनोरंजन…, 

टीवी पर होना चाहिए…! 

लेकिन…, 

हो क्या रहा है…?

लॉकडाउन…, 

दिल्ली मुंबई में हो रहा है…! 

समझौता…, 

अदालत में हो रहा है…! 

न्याय… 

सड़क पर हो रहा है…! 

बहस…, 

टीवी पर हो रहा है…! 

मनोरंजन…, 

संसद में हो रहा है…!

मनोज शाह ‘मानस’

सुदर्शन पार्क, नई दिल्ली

मो.नं.7982510985