भगवान ही भागवत है : पं. तिवारी –

इन्दौर । भगवान ने अपनी वाणी में कहा था कि मेरी सारी शक्तियां भागवत में रहेगी। धर्म भागवत की शरण में रहेगा। भागवत ही भगवान है।
यह बात श्री छत्रपति नगर शैक्षणिक एवं पारमार्थिक ट्रस्ट एवं रहवासी संघ के सहयोग से छत्रपति नगर में आयोजित की जा रही श्रीमद् भागवत कथा के दुसरे दिन सोमवार को व्यास पीठ से भगवताचार्य पंडित पवन तिवारी (कांटाफोड़ वाले) ने धर्मालुजनों को संबोधित करते हुए व्यक्त कहीं। शिव विवाह प्रसंग की व्याख्या करते हुए उन्होने कहा कि साधना से सुंदरता प्राप्त होती है। जिस प्रकार मां अहिल्या ने इन्दौर की नगरी को अपनी साधना से सुंदर बनाया है, उसी प्रकार भागवत कथा का भक्तों को निखारने में महत्व है। जिस प्रकार सौंदर्य में साधना का महत्व है। उसी प्रकार भागवत कथा के श्रवण करने मात्र से ही भक्त का मन निर्मल व सौंदर्य हो जाता है।
सोमवार को कथा के दूसरे दिन व्यासपीठ का पूजन सुमित गर्ग, अमित गर्ग, आशीष मूंदड़ा, आनंद घीया, तपिश गुप्ता, नीलेश अग्रवाल, नीलेश नागर, रितेश मुंदड़ा सहित रहवासी व मातृशक्तियों ने किया। एरोड्रम रोड़ स्थित छत्रपति नगर के शिव मंदिर में सात दिवसीय भागवत कथा 3 से 7 बजे तक आयोजित की जाएगी। जिसमें कथा प्रसंगानुसार चरित्र-चित्रण की भी कलाकारों द्वारा प्रस्तुति दी जा रही है।
छत्रपति नगर शैक्षणिक एवं पारमार्थिक ट्रस्ट एवं रहवासी संघ अध्यक्ष राजेंद्र मित्तल ने बताया कि मंगलवार 3 मई को वामन अवतार का प्रसंग होगा। जिसमें पं. पवन तिवारी भक्तों को कथा का रसपान कराएंगे। वहीं इसी के साथ 4 मई को श्री कृष्ण जन्मोत्सव, 5 को गोवर्धन प्रसंग, 6 को श्री कृष्ण रुक्मिणी विवाह, 7 को श्री कृष्ण सुदामा प्रसंग एवं रात्रि 8.30 बजे भव्य भजन संध्या का आयोजन होगा। 8 मई को भागवत कथा की पूर्णाहुति होगी। जिसमें रहवासी यजमान परिवार हवन कुंड में आहुतिया डालेंगे।