पत्नी बनी पतिहन्ता, झाबुआ पुलिस ने किया लक्की पंचाल हत्याकाण्ड का खुलासा,

झाबुआ/ गत सप्ताह घटित लक्की पंचाल के जघन्य हत्याकाण्ड की गुत्थी झाबुआ पुलिस द्वारा सुलझा ली गई है। कल शुक्रवार देर शाम पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा किया। पुलिस द्वारा किए गए अनुसंधान में जो तथ्य सामने आए हैं, उसने पति पत्नी के बीच स्थापित विश्वास की नींव को हिलाकर रख दिया है। घटनाक्रम में मिली जानकारी अनुसार इस हत्याकांड को योजनाबद्ध तरीके से षड्यंत्र पूर्वक अंजाम देने वाले और कोई नहीं, बल्कि उस मृतक की पत्नी ही थी, जिसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर षड्यंत्र पूर्वक अपने ही पति को मौत के घाट उतरवा दिया। मायके रह रही उस पतिहन्ता ने एक तरफ तो पति को घर बुलाया और दूसरी तरफ उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या के लिए किराए के हत्यारो से सौदा तय कर लिया।

कल शुक्रवार देर शाम जिला पुलिस अधीक्षक झाबुआ अरविंद तिवारी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कर जिला पुलिस के लिए चुनौती बने लक्की पंचाल हत्याकाण्ड का खुलासा किया। एसपी ने इस संबंध में प्रेस विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार दिनांक 04 जून की शाम को जिला मुख्यालय के मेघनगर नाका पर रहने वाला लक्की पांचाल उसके ससुराल कटला गुजरात के लिए मोटर सायकल से रवाना हुआ था जो उसके ससुराल नहीं पहुचा। जिस पर थाना कोतवाली में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। रविवार दिनांक 05 जून 2022 की दोपहर को पिपलौदा रंभापुर के जंगल में लक्की पांचाल का शव मिला। आज पुलिस द्वारा हत्या के दो आरोपितों मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया गया है, हत्या के तीन फरार आरोपितो को भी पुलिस द्वारा जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
प्रकरण में कथित रूप से प्राप्त जानकारी अनुसार उक्त प्रकरण की संवेदनशीलता व गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए पुलिस अधीक्षक झाबुआ द्वारा इस हत्या के खुलासे के लिये एसडीओपी झाबुआ एवं थांदला सहित चार थाना प्रभारियों की टीम को इस संबंध में जांच कर हत्या की गुत्थी सुलझाने की जिम्मेदारी दी गई थी। टीम द्वारा जब इस घटना की हर पहलु से जांच पड़ताड़ की जा रही थी, तब जांच के दौरान पुलिस टीम को मिली सूचना मे बार-बार घुम फिर कर शक की सुई मृतक की पत्नी आरती पर जाकर टिक रही थी, किन्तु मृतक लक्की की पत्नी आरती द्वारा बड़े ही शातिर तरीके से हर बार घुमा फिराकर बात कर पुलिस को गुमराह करने की कौशिष की जा रहीं थी। इधर पुलिस को सूचना मिली कि रोहित राजपूत नामक लड़के से आरती का स्कूल समय से ही प्रेम-प्रसंग है। जिस पर रोहित को पुलिस गिरफ्त में लिया गया, किन्तु उसके द्वारा जो बाते बताई गई उसमें व आरती के कथनों में समानता नहीं पाई गई तो सख्ती से पुछताछ करने पर रोहित व आरती ने सारा राज उगल दिया। उन दोनों ने पुलिस को बताया कि चार माह पूर्व जब लक्की व आरती की शादी हुई थी तब से ही, वे दोनों लक्की को अपने रास्ते से हटाना चाहते थे। घटना के एक दिन पूर्व आरती द्वारा रोहित को बताया गया कि उसका पति लक्की शनिवार 04 जून को उसे लेने आ रहा है। जिस पर लक्की को रास्ते से हटाने की षड्यंत्र पूर्वक योजना बनाई गई। इस हेतु रोहित व आरती ने मिलकर बच्चु भूरिया, पप्पू सिंगाडिया व रणजीत निनामा को 30,000/-रू. की राशि का देकर उन्हें लक्की पंचाल की हत्या की जिम्मेदारी सौंपी, और हत्या के बाद ओर भी राशि देने की बात तय की गई। तय योजनानुसार लक्की को इंदौर- अहमदाबाद हाईवे पर गेलर बड़ी के पास से अपहृत कर आरोपियों द्वारा कार में ही गला घोटकर उसकी हत्या कर दी गई। उसके बाद ग्राम खेंग गुजरात के पास अनास नदी के किनारे मृतक लक्की की बाइक को फैंक दिया एवं लक्की के शव को पिपलौदा रंभापुर के जंगल में फैंककर फरार हो गये। पुलिस द्वारा हत्या के दो आरोपितों- आरती पति लक्की पांचाल उम्र 22 वर्ष निवासी झाबुआ, एवं रोहित पिता भारत राजपूत उम्र 23 वर्ष निवासी कटला जिला दाहोद गुजरात को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि हत्या के तीन अन्य आरोपित फरार हो गए हैं। फरार आरोपितों के नाम हैं – बच्चु उर्फ बस्सु पिता कट्टू भूरिया उम्र 30 वर्ष निवासी कटला जिला दाहोद गुजरात, पप्पू पिता कालु सिंगाडिया उम्र 30 वर्ष निवासी ईटावा जिला दाहोद गुजरात एवं रणजीत पिता छितू निनामा उम्र 27 वर्ष निवासी बडवारा जिला दाहोद गुजरात।