आई.सी.एस.ई. बोर्ड परीक्षा में सी.एम.एस. के टॉपर छात्रों ने निकाला ‘विक्ट्री मार्च’

उप-मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मेधावी छात्रों को किया सम्मानित
लखनऊ । उप-मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने आज आई.सी.एस.ई. (कक्षा-10) की बोर्ड परीक्षा में सिटी मोन्टेसरी स्कूल के ऑल इण्डिया टॉपर छात्रों को सम्मानित किया। सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) ऑडिटोरियम में आयोजित मेधावी छात्र सम्मान समारोह में 99.80 प्रतिशत अंक अर्जित करने वाली नेशनल टॉपर सी.एम.एस. कानपुर रोड कैम्पस की छात्रा कनिष्का मित्तल, 99.60 प्रतिशत अंकों के साथ ऑल इण्डिया द्वितीय रैंक अर्जित करने वाली सी.एम.एस. महानगर कैम्पस की छात्रा अर्चिता सिंह व सरिया खान, सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) की छात्रा राइना कौसर व सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) के छात्र क्षितिज नारायन एवं 99.40 प्रतिशत अंकों के साथ ऑल इण्डिया तृतीय रैंक अर्जित करने वाली सी.एम.एस. कानपुर रोड कैम्पस की छात्रा शगुन सिंह, सी.एम.एस. आनन्द नगर कैम्पस की छात्रा अदिति एवं सी.एम.एस. अलीगंज (प्रथम कैम्पस) के अमोध अनन्त को विशेष रूप से पुरष्कृत कर सम्मानित किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि ब्रजेश पाठक, उप-मुख्यमंत्री, उ.प्र. ने इस अवसर पर मेधावी छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आपने अपने परिश्रम व लगन से सर्वश्रेष्ठ परीक्षाफल देकर न सिर्फ अपने माता-पिता, शिक्षकों व विद्यालय का नाम रोशन किया है, अपितु सी.एम.एस. छात्रों की यह उपलब्धि लखनऊ व प्रदेश के लिए गौरव की बात है। सम्मान समारोह के उपरान्त आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में सी.एम.एस. के ऐतिहासिक परीक्षाफल की जानकारी देते हुए सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने बताया कि वर्ष 2022 की आई.सी.एस.ई. (कक्षा-10) बोर्ड परीक्षा में इस वर्ष सी.एम.एस. से कुल 3715 छात्र परीक्षा में बैठे जिसमें जिसमें से 2314 छात्रों अर्थात 62.3 प्रतिशत छात्रों ने 90 प्रतिशत से लेकर 99.80 प्रतिशत तक अंक अर्जित किये हैं। इस वर्ष के परीक्षाफल की खास बात रही कि इस वर्ष सी.एम.एस. के शत-प्रतिशत छात्रों ने भी अत्यन्त उच्च अंक अर्जित कर लखनऊ का नाम राष्ट्रीय पटल पर गौरवान्वित किया है। इससे पहले आज प्रातः सिटी मोन्टेसरी स्कूल के आई.सी.एस.ई. (कक्षा-10) के सभी 2314 टॉपर छात्रों ने आई.सी.एस.ई. बोर्ड परीक्षा में अपनी रिकार्ड तोड़ सफलता का ‘विजय जुलूस’ लखनऊ की सड़कों पर निकालकर अभूतपूर्व सफलता की नई इबारत लिखी एवं अन्य छात्रों को प्रेरणा दी।