:: डीज़ल वाहन को मात्र 3 लाख के खर्च में इलेक्ट्रीक वाहन में बदला ::
:: स्वतंत्रता दिवस पर महापौर भार्गव ने किया शुभारंभ ::
इन्दौर । महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने सोमवार को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नगर निगम परिसर में ‘इलेक्ट्रीक वाहन’ का शुभारंभ किया। इस मौके पर निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल सहित विभागीय अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे। एक पुराने डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण करने वाले डीज़ल से वाहन को इलेक्ट्रीक में बदलकर बनाए गए ‘इलेक्ट्रीक वाहन’ को निगम के ही वर्कशॉप में एक स्टार्टअप कंपनी सहयोग से तैयार किया गया है। इस नवीन मॉडल के शुभारंभ के बाद महापौर में इसमें बैठकर निगम परिसर का भ्रमण भी किया।
वर्कशॉप प्रभारी मनीष पाण्डे ने बताया कि निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल की पहल पर ‘पर्यावरण संरक्षण’ की दिशा में शहर की एयर क्वालिटी इण्डेक्स में सुधार हेतु निगम के वर्ष 2015 के पुराने डोर टू डोर कचरा संग्रहण वाहन को निगम वर्कशॉप में स्टार्टअप कंपनी के सहयोग से इलेक्ट्रीक वाहन में परिवर्तित किया गया है। इस पर लगभग 3 लाख रू. की लागत आयी है। इस इलेक्ट्रीक वाहन में 2 से 3 टन कचरे का संग्रहण व परिवहन किया जा सकता है।
पाण्डे ने बताया कि एक नया इलेक्ट्रीक कचरा संग्रहण वाहन लगभग 17 लाख रू. में आता है, लेकिन हमने निगम के ही वर्कशॉप में अविनीश सोनी व रचित मिश्रा की स्टार्टअप कम्पनी के सहयोग से बहुत ही कम व्यय में डीजल वाहन को इलेक्टीक वाहन में परिवर्तित कर मॉडल के तौर पर इलेक्ट्रीक वाहन बनाया है। इसके परीक्षण व संचालन में सफलता मिलने पर निगम अपने 20 अन्य डीजल वाहनों को भी इलेक्ट्रीक वाहनो में परिवर्तित करने पर विचार करेगा।