अहिल्या बाई की भव्य प्रतिमा लगाने सहित कई मांगों पर किया विचार-मंथन

इन्दौर। रविवार को एमजी रोड़ स्थित गांधी हाल में समग्र धनगर समाज का महासम्मेलन आयोजित किया गया। महासम्मेलन में धनगर समाज की 16 उपशाखाओं के संरक्षक, पदाधिकारी, कार्यकारिणी सदस्यों के साथ ही हजारों की संख्या में समाज बंधु जमा हुए थे। उन्होंने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर समग्र धनगर समाज को एकजुट होने का आव्हान किया। साथ ही केंद्र एवं राज्य सरकार से विधानसभा चुनाव में धनगर समाज को प्रतिनिधित्व मिल सकें इसके लिए भी अपनी आवाज बुलंद की।
समग्र धनगर समाज महासम्मेलन के मयूरेश पिंगले, दीपिका कमलेश नाचन एवं सुभाष चौधरी ने बताया कि धनगर समाज की सभी उपशाखाओं को एकजुट कर समाज को एक माला में पिरोने के उद्देश्य से यह महासम्मेलन का आयोजन किया गया था। महासम्मेलन में 16 से अधिक उपशाखाओं के प्रतिनिधियों ने भी आरक्षण सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर अपनी आवाज बुलंद की। साथ ही केंद्र एवं राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजे जाने की रणनीति भी बनी। समग्र धनगर समाज के इस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश शासन एवं दोनों ही प्रमुख राजनीतिक पार्टी का समाज की प्रमुख मांगों को लेकर ध्यानाकर्षण भी करवाया गया। समग्र धनगर समाज महासम्मेलन में पाल, गायरी, गारी, भारूड़, निखर, गड़रिया, गाडरी, बघेल, ग्वाला, गवली, हटकर, खुटेकर, कुरूबा, कुरमार, धारिया, घोसी सहित अन्य उपशाखाओं के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में दादू महाराज, नीतिन मतकर (गुरूजी), पूर्व मुख्यमंत्री दिग्वि‍जय सिंह, पूर्व कैबिनेट मंत्री रेवन्ना सहित हजारों की संख्या में धनगर समाज के लोग उपस्थित थे।
:: धनगर समाज को एसटी आरक्षण देने के लिए अध्ययन करें सरकार : दिग्व‍िजय सिंह
इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि धनगर समाज का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्त्व है। एक साधरण से धनगर परिवार मे जन्मे मल्हारराव होलकर ने अपने पराक्रम से मालवा की सुबेदारी प्राप्त की। उनकी बहू पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होलकर ने राजवंश की ख्याती देशभर में फैलाई। अहिल्याबाई के राज में जनता शासक थी। सिंह ने कहा कि धनगर समाज को एस टी आरक्षण के मामले में भी सरकार को विस्तृत अध्ययन करना चाहिए।
कर्नाटक सरकार के पूर्व मंत्री रेवन्ना ने कहा की धनगर समाज हर प्रदेश में अलग-अलग नामों से जाना जाता है, धनगर समाज की देश में 14 करोड़ जनसंख्या है बस उसे संगठित होने की जरुरत है। नितिन गुरुजी ने कहा की समाज तभी प्रगति करेगा जब युवा समाज के प्रति अपना सामाजिक दायित्व निभाएगा। अतिथि स्वागत जतिन थोरात, जितेश होलकर, अभिषेक गावड़े, रंजीत भांड ने किया।
:: धनगर समाज ने सरकार के सामने रखी यह मांगें ::

  • पुण्यश्लोक लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की आदमकद प्रतिमा (स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी) के समान उनकी कर्म स्थली इन्दौर के आसपास किसी ऊँची पहाड़ी पर शासन द्वारा स्थापित की जाए तथा वह स्थान समग्र धनगर समाज के लिए आरक्षित हो ताकि समाज बंधु सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक, रोजगारमूलक गतिविधियां वहां संचालित कर सकें।
  • मालवाधिपति, इन्दौर संस्थापक, होलकर राजवंश कुलभूषण सुभेदार मल्हारराव होलकर (प्रथम) की प्रतिमा इन्दौर के किसी व्यस्ततम चौराहे पर स्थापित कर उन्हें उनकी ही नगरी में उचित स्थान दिया जाए तथा इन्दौर नगर के प्रत्येक प्रवेश मार्ग पर प्रवेश द्वार बनाया जावे, उस द्वार पर सिर्फ होलकर राजवंश राज्यकर्ताओं की प्रतिमा लगाने की मांग का प्रस्ताव पारीत करना।
  • संपूर्ण मालवा क्षेत्र में 1728 से 1948 तक धनगर समाज के होलकर राजवंश ने 220 वर्षों तक 14 राज्यकर्ताओं ने राज किया था.. लेकिन आजादी के बाद 70 वर्षों में समाज को उपेक्षित कर कोई भी उचित राजनैतिक प्रतिनिधित्व नहीं मिला। जब की आज मध्य प्रदेश में धनगर उपजातियों सहीत लगभग 70 लाख मतदाता है। अब समाज संघटित हो गया है उसे उचित राजनैतिक प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए।
  • धनगर समाज को भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त एसटी आरक्षण मिलना चाहिए.. जैसा की हाल में ही कर्नाटक में धनगर कुरबा को कर्नाटक सरकार ने केन्द्र को एसटी आरक्षण की सिफारीश कर दी है, वैसे ही धनगर समाज की उपजातियों सहित म.प्र. सरकार ने भी त्वरीत केन्द्र सरकार को करना चाहिए।
  • पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होलकर का जीवन चरित्र म.प्र. सरकार की हर कक्षा में पाठ्यपुस्तकों शामिल होना चाहिए। विश्वविद्यालय में देवी अहिल्या शोधपीठ प्रारंभ होना चाहिए।
  • होलकर राजवंश द्वारा नामित संस्था, मैदान इमारते नष्ट होने और नाम परिवर्तन ना हो ऐसा विधेयक भी पारीत होना चाहिए। भूमाफ‍ियाओं द्वारा कब्जा की गई होलकर राजवंश की सम्पत्त‍ि को मुक्त कर संवैधानिक अधिकार देना।
  • मुख्यमंत्री द्वारा इन्दौर और महेश्वर में अहिल्या स्मारक केन्द्र और धनगर समाज और उपजात‍ियों के कल्याण के लिए देवी अहिल्या कल्याण बोर्ड घोषित करने हेतु मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पारीत कर उनसे यह मांग करना की कल्याण बोर्ड गठन में धनगर समाज और उपजातीयों को ही प्रतिनिधित्व दिया जावें।
  • देश में 300वें अहिल्या जन्मोत्सव मनाने हेतु विशेष पैकेज की व्यवस्था करना। डाक टिकिट निकालने का प्रस्ताव पारीत करना। केन्द्र सरकार द्वारा मां अहिल्या के नाम से बडा पुरस्कार स्थापित करना।