विवाद के बाद भी हिरासत में रहकर दूसरी बार केजरीवाल ने जारी किए निर्देश

नई दिल्ली । दिल्ली के कथित शराब घोटाले के आरोप में फंसे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में हैं। हिरासत में होने के बाद भी जल बोर्ड के लिए केजरीवाल ने पहला आदेश जारी किया,जिस पर जमकर विवाद हुआ। इसके बाद उन्होंने दूसरी बार स्वास्थ्य मंत्रायल के लिए दिशा निर्देश जारी कर दिए। इस पर विवाद ज्यादा बढ़े इसके पहले ही ईडी ने जांच का भरोसा दिलाकर मामले को शांत करने की कोशिश की है।
बता दें कि इससे पहले जल मंत्री आतिशी ने रविवार को कहा कि केजरीवाल ने शनिवार को ईडी की हिरासत से उन्हें पानी और सीवरेज से संबंधित सार्वजनिक मुद्दों को हल करने के लिए अपने निर्देशों के साथ एक दस्तावेज भेजा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि गर्मी के महीनों से पहले जल आपूर्ति को मजबूत करने के लिए पानी की कमी वाले क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में पानी के टैंकर तैनात किए जाएं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने उन्हें इस संबंध में मुख्य सचिव और अन्य अधिकारियों को निर्देश जारी करने का भी निर्देश दिया।
आतिशी के इस दावे के बाद भाजपा ने आपत्ति जाहिर की थी और कहा था कि यह पता लगाया जाए कि केजरीवाल की गैरमौजूदगी में मुख्यमंत्री कार्यालय का इस्तेमाल कौन कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक ईडी ने इस बात की जांच करने जा रही है कि मुख्यमंत्री के ये निर्देश पीएमएलए की विशेष अदालत के उस आदेश के अनुरूप है जो ईडी और केजरीवाल को उनकी हिरासत अवधि के दौरान जारी किया गया।अदालत ने केजरीवाल को 28 मार्च तक ईडी की हिरासत में भेजते हुए उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल और निजी सहायक बिभव कुमार को हर दिन शाम छह से सात बजे के बीच आधे घंटे के लिए मिलने की अनुमति दी थी। इस अवधि का शेष आधे घंटे का समय केजरीवाल के वकीलों को उनसे मिलने के लिए दिया गया है। केजरीवाल को ईडी ने 21 मार्च को दिल्ली के कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया था।