राष्ट्रपति ट्रंप के खास दोस्त सर्जियो गोर बने भारत में अमेरिकी राजदूत

वॉशिंगटन । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ट ट्रंप ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाकर तकरार की स्थिति निर्मित कर दी है। इसी बीच ट्रंप अपने खास दोस्त सर्जियो गोर को भारत में अमेरिकी राजदूत के तौर पर नियुक्त करने का ऐलान कर दिया है। भारत में अगले अमेरिकी राजदूत होने वाले सर्जियो गोर फिलहाल वाइट हाउस प्रेसिडेंशियल पर्सनल ऑफिस के प्रमुख हैं। वह मौजूदा राजदूत एरिक गार्सेटी की जगह लेंगे। डोनाल्ड ट्रंप के मुताबिक, सर्जियो गोर भारत में अगले अमेरिकी राजदूत के साथ-साथ दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के लिए विशेष दूत होंगे।
दरअसल, सर्जियो गोर एरिक गार्सेटी की जगह लेंगे। एरिक गार्सिटी ने 11 मई 2023 से 20 जनवरी 2025 तक सेवा दी। गार्सेटी से पहले केनेथ जस्टर ने 23 नवंबर 2017 से 20 जनवरी 2021 तक यह पद संभाला था। गार्सेटी के बाद भारत में अमेरिकी दूतावास का नेतृत्व अंतरिम चार्ज डी’अफेयर्स जोर्गन के एंड्रयूज ने किया है, जिन्होंने 20 जनवरी 2025 को पदभार संभाला था।
ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि मैं सर्जियो गोर को भारत गणराज्य में हमारे अगले अमेरिकी राजदूत और दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के लिए विशेष दूत के रूप में पदोन्नत कर रहा हूं। ट्रंप ने आगे कहा कि राष्ट्रपति पद के कार्मिक निदेशक के रूप में सर्जियो और उनकी टीम ने सरकार के हर विभाग में रिकॉर्ड समय में करीब 4000 अमेरिका फर्स्ट पैट्रियट्स को नियुक्त किया है। ट्रंप ने सर्जियो गोर को अपना मित्र बताया और उन पर पूरा भरोसा जताया है। उन्होंने सर्जियो गोर की वाइट हाउस में उनके योगदान के लिए खूब सराहना भी की। सर्जियो गोर काफी समय से डोनाल्ड ट्रंप के साथ रहे हैं। राष्ट्रपति चुनाव में भी वह डोनाल्ड ट्रंप के साथ साए के साथ खड़े रहे। चुनाव अभियान में उन्होंने मजबूती से ट्रंप का साथ दिया और प्रचार किया। उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप की बेस्ट सेलर किताबें भी प्रकाशित कीं और ट्रंप के आंदोलन को समर्थन देने वाले सुपर पैक का संचालन भी किया।
डोनाल्ड ट्रंप ने खुद बताया है कि वह सर्जियो गोर को भारत में अमेरिकी राजदूत इसलिए बना रहे हैं, क्योंकि उन्हें उन पर और उनके काम पर पूरा भरोसा है। उन्हें यकीन है कि अमेरिका के एजेंडे को भारत और एशिया क्षेत्र में पूरा करने में वह मदद करेंगे। वह अमेरिका को फिर से महान बनाने में अपना योगदान देंगे। अभी भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ को लेकर तकरार है। ऐसे में ट्रंप अपने सबसे भरोसे मंद आदमी को ही भारत का राजदूत बनाना चाहते थे। ऐसे में सर्जियो गोर से बेहतर उनके पास क्या विकल्प होता। सर्जियो गोर राष्ट्रपति बनने से पहले से उनके खास रहे हैं।