मध्यप्रदेश और ताइवान के बीच साझेदारी की नई इबारत

:: ताइवान की तकनीक और मध्यप्रदेश के संसाधन मिलकर बदलेंगे औद्योगिक परिदृश्य : मुख्यमंत्री यादव
भोपाल/इंदौर । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि ताइवान की आधुनिक निर्माण तकनीक और मध्यप्रदेश की विशाल औद्योगिक क्षमता मिलकर विकास के नए आयाम स्थापित करेंगे। इन दोनों का यह तालमेल सेमीकंडक्टर, पीसीबी (Printed Circuit Board), आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और नवकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में क्रांति ला सकता है।
मंत्रालय में ताइवान व्यापार विकास परिषद और ताइवान आर्थिक एवं सांस्कृतिक केंद्र के प्रतिनिधियों के साथ हुई चर्चा के दौरान, मुख्यमंत्री ने इस साझेदारी पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ताइवान की तकनीक और मध्यप्रदेश के प्रचुर संसाधन, वैश्विक स्तर पर एक मज़बूत और प्रतिस्पर्धी उद्योग का विकास कर सकते हैं। मध्यप्रदेश सरकार ताइवानी निवेशकों को आकर्षित करने और उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें प्लग-एंड-प्ले इंफ्रास्ट्रक्चर और नीतिगत समर्थन शामिल है।
:: पीएम मोदी के विज़न के अनुरूप, नई साझेदारी की ओर अग्रसर ::
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विज़न को आगे बढ़ाते हुए, मध्यप्रदेश ताइवान के साथ एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में नई साझेदारी की ओर बढ़ रहा है। ताइवान अपनी तकनीक और नवाचार के लिए जाना जाता है, जबकि मध्यप्रदेश में कुशल मानव संसाधन और विभिन्न सेक्टरों में विकास की असीम संभावनाएं हैं।
वर्तमान में, मध्यप्रदेश से ताइवान को मुख्य रूप से इलेक्ट्रॉनिक मशीनरी, फार्मास्यूटिकल्स और खाद्य पदार्थ निर्यात किए जाते हैं, वहीं ताइवान से इलेक्ट्रॉनिक पुर्जे और सेमीकंडक्टर आयात होते हैं।
:: औद्योगिक साझेदारी के साथ-साथ शिक्षा और संस्कृति का भी होगा आदान-प्रदान ::
चर्चा के दौरान यह भी बताया गया कि ताइवानी प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में भी सक्रिय रूप से भाग लिया। इसके अलावा, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर और ताइवान के विश्वविद्यालयों के बीच हुए एमओयू से शिक्षा, अनुसंधान और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश अपनी रणनीतिक भौगोलिक स्थिति और उद्योग-अनुकूल नीतियों के कारण ताइवानी निवेशकों के लिए एक बेहतरीन गंतव्य है। दोनों पक्ष मिलकर एक स्पष्ट रोडमैप तैयार कर रहे हैं, जिससे इस साझेदारी को और भी मज़बूत बनाया जा सके।