सरकार के आदेश से हुई यूरिया की कमी
प्रदेश में ब्लैक में बिक रहा है यूरिया
लग रही है लंबी-लंबी लाइनें
भोपाल (ईएमएस)। मध्य प्रदेश सरकार ने सहकारी समितियों को 80 फ़ीसदी खाद सप्लाई करने और 20 फ़ीसदी निजी विक्रेताओं को खाद सप्लाई करने का आदेश जारी किया है। उसके कारण प्रदेश में खाद की कृत्रिम कमी हो गई है। जिसके कारण प्रदेश के किसानों को यूरिया खाद नहीं मिल पा रही है। वहीं 30 से 40 रुपया प्रति बोरी ब्लैक देने पर किसानों को महंगे दामों में यूरिया खाद खरीदनी पड़ रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यूरिया बनाने वाली सभी खाद कंपनियां सरकारी हैं। मध्य प्रदेश सरकार ने एक आदेश जारी किया है। उसके अनुसार खाद कंपनियों को 80 फ़ीसदी यूरिया सहकारी समितियों को सप्लाई करने के आदेश हैं। 20 फ़ीसदी यूरिया निजी दुकानदारों को देने के आदेश दिए गए हैं। सहकारी समितियां खाद मिल जाने के 90 दिन बाद खाद कंपनियों को भुगतान करती हैं। वहीं निजी दुकानदारों से खाद कंपनियों को एडवांस में पैसा मिलता है। जिसके कारण खाद कंपनियां मध्यप्रदेश में यूरिया सप्लाई करने में आनाकानी कर रही हैं।जिसके कारण मध्यप्रदेश में यूरिया के लिए त्राहि त्राहि मची हुई है। खाद कंपनियां सबसे कम रेक मध्यप्रदेश में भेज रही हैं।
प्रदेशभर में यूरिया को लेकर लंबी-लंबी लाइनें लग रही हैं। कड़कडाती ठंड में महिला और बच्चे सहकारी समितियों में यूरिया के लिए लाइन लगाकर खड़े रहते हैं उन्हें मुश्किल से 2 बोरी खाद मिलती है, और स्टॉक खत्म हो जाता है।
मध्य प्रदेश के सभी जिलों में यूरिया खाद का संकट बना हुआ है। जिसके कारण फसलें भी प्रभावित हो रहे हैं वहीं सहकारी समितियों से ब्लैक में यूरिया बिकने की खबरें भी प्राप्त हो रही हैं सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार यूरिया की एक बोरी का रेट लगभग 267 रुपए है। किंतु ब्लैक में यह 300 रुपये में आसानी से मिल रही हैं जो किसान ब्लैक में यूरिया खरीद रहे हैं, उन्हें तो युरिया मिल पा रही है। बाकी किसान लाइनों पर लगकर परेशान हो रहे हैं।
एसजे/गोविन्द/19दिसम्बर