2019 लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली के राजनीतिक गलियारों में सियासी हलचल तेज हो गई है। वहीं भाजपा ने बिहार में लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर लोक जनशक्ति पार्टी नेता रामविलास और लोजपा के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान तथा जनता दल (यूनाइटेड) प्रमुख एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ जारी गतिरोध को दूर करने का जिम्मा केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेतली को सौंपा है। जेटली पार्टी के बिहार मामलों के प्रभारी हैं तथा नीतीश कुमार के साथ उनके बेहतर तालमेल भी हैं। जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री शुक्रवार को दिल्ली पहुंचकर सीटों के बंटवारे के संबंध में भाजपा और लोजपा के साथ बातचीत कर सकते हैं। भाजपा और जद(यू) हालांकि पहले ही जोर दे चुके हैं कि वे आगामी लोकसभा में बिहार में बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ने वाली है। इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव ने चिराग के साथ बैठक की थी। सूत्रों के मुताबिक चिराग ने बिहार से अपनी पार्टी के लिए सात सीटों की मांग की तथा अपने पिता रामविलास के लिए राज्यसभा की एक सीट के लिए भी अप्रत्यक्ष रूप से मंशा भी जाहिर की।
वर्तमान में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार में केंद्रीय खाद्य मंत्री का दायित्व संभाल रहे रामविलास गठबंधन की राजनीति की नब्ज को बखूबी पहचानने वाले नेता के रूप में जाने जाते हैं और 1996 से अबतक सभी प्रधानमंत्रियों के कैबिनेट में अपनी जगह सुनिश्चित रखते आये हैं। भाजपा के एक धड़े का मानना है कि केंद्रीय नेतृत्व को रामविलास के व्यूहकौशल के दबाव में नहीं आना चाहिए।