नई दिल्ली । नीट पीजी परीक्षा एक ही शिफ्ट में आयोजित होगी। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को इसका आदेश दिया। छात्रों ने 2 शिफ्ट में परीक्षा के खिलाफ याचिका दाखिल की थी। याचिका दाखिल करने वाले छात्रों का कहना था कि 2 शिफ्ट में परीक्षा से मुख्य पेपर के डिफिकल्टी लेवल में फर्क होता है, जो फेयर इवैल्युएशन नहीं है। परीक्षा में हासिल किए गए नंबर्स में भी फर्क आ जाता है।
दरअसल नीट पीजी एग्जाम 15 जून को होना है जिसके लिए एडमिट कार्ड 2 जून को जारी होने है। इसकारण सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने मामले की जल्द सुनवाई की है। बेंच ने कहा कि ये तर्क माना नहीं जा सकता कि एग्जाम कराने के लिए एनबीई (नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन) को पर्याप्त सेंटर नहीं मिले। 2 शिफ्ट में परीक्षा कराना ठीक नहीं है। दो पेपर्स का डिफिकल्टी लेवल कभी एक जैसा नहीं हो सकता। नॉर्मलाइजेशन का इस्तेमाल एक्सेप्शनल केसेज में होना चाहिए, न कि रूटीन परीक्षाओं में। इस साल का एग्जाम 15 जून को होना है। अभी भी एग्जामिनेशन बॉडी तय करने और सेंटर्स चुनने के लिए 2 सप्ताह से ज्यादा का समय बाकी है। इसके बावजूद अगर और समय की जरूरत होती है, तब आवेदन कर सकते हैं।