इंदौर अंडा डेयरी एवं मावा के भाव
इंदौर 17 नवंम्बर (वार्ता) इंदौर में डेंयरी अंडा एवं मावा के भाव इस प्रकार रहे ।…
कश्मीर में ट्रेन सेवा स्थगित
श्रीनगर 17 नवंबर (वार्ता) जम्मू-कश्मीर में आज पंचायत चुनावों के पहले चरण के मतदान के विरोध…
जम्मू-कश्मीर में पंचायत चुनाव के पहले चरण का मतदान शुरू में धीमा रहा
श्रीनगर 17 (वार्ता) जम्मू-कश्मीर में आज सुबह पंचायत चुनावों के पहले चरण के मतदान की प्रकिया…
सांस्कृतिक, आध्यात्मिक एवं गौरवशाली परम्परा से प्रेरणा लेकर देश बढ़ेगा आगे: योगी
लखनऊ 17 नवम्बर(वार्ता)उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक एवं गौरवशाली परम्परा…
प्रधानमंत्री मालदीव के राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेंगे
नयी दिल्ली, 17 नवंबर(वार्ता) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मालदीव के नव निर्वाचित राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह के…
रूट के शतक से इंंग्लैंड की वापसी
पल्लेकेल, 16 नवंबर (वार्ता) कप्तान जो रूट(124) के शानदार शतक से इंग्लैंड ने श्रीलंका के खिलाफ…
शिवराज 19 नवम्बर को छतरपुर आयेगें
छतरपुर 16 नवम्बर(वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 19 नवम्बर को जिले की बिजावर, छतरपुर…
पूर्वमंत्री राम किशोर सैनी भाजपा में शामिल
जयपुर,16 नवम्बर(वार्ता) राजस्थान में कांग्रेस की अशोक गहलाेत सरकार में मंत्री रहे रामकिशाेर सैनी आज भारतीय…
किरण बेदी ने पत्रकारों के साथ मनाया ‘राष्ट्रीय प्रेस दिवस’
पुड्डुचेरी,16 नवंबर (वार्ता) पुड्डुचेरी की उप राज्यपाल किरण बेदी ने शुक्रवार को यहां स्थित राजनिवास में…
किडनी की जन्मजात विकृति में बिना चीरे के आधुनिक तकनीक द्वारा की गई पथरी की सर्जरी
इंदौर – ४० वर्षीय सचिन वर्मा को किडनी में पथरी की शिकायत थी। जाँच करने पर उनकी बाई किडनी में जन्मजात विकृति पाई गईजिसे मालरोटेशन कहा जाता है। ऐसी स्थिति में किडनी की पथरी के लिये सामान्यत: किये जाने वाले ऑपरेशन्स संभव नहींथे। अरिहंत हॉस्पिटल के यूरोलॉजिस्ट डॉ. नितेश पाटीदार (9838807021) ने इसके लिए रेट्रोग्रेड इन्ट्रारीनल सर्जरी (आर आइ आर एस)तकनीक का उपयोग करने का निर्णय लिया। इस ऑपरेशन में बिना किसी चीरे के फ्लेक्सिबल यूरेटेरो रीनोस्कोपी द्वारा मूत्रमार्ग सेकिडनी तक पहुँचकर अत्याधुनिक लेजर के द्वारा पथरी को तोड़कर बास्केट के माध्यम से सफलतापूर्वक निकाल लिया गया।ऑपरेशन के ४८ घंटे बाद ही मरीज को छुट्टी दे दी गई। डॉ. नितेश पाटीदार ने बताया कि ‘कई कारणों की वजह से यह ऑपरेशन ज्यादा चुनौतीपूर्ण था। पहला यह कि मरीज कीकिडनी की रचना एवं स्थिति सामान्य से अलग थी। दूसरा किडनी में किसी प्रकार का डायलेटेशन नहीं था तथा पथरी काआकार बड़ा एवं कठोरता बहुत ज्यादा थी। मरीज का वजन भी बहुत ज्यादा था। इस सफल सर्जरी के लिए डॉ. प्रकाश बंगानी एवं डॉ. डी के तनेजा ने डॉ. पाटीदार एवं सर्जरी टीम को बधाई दी है। एनेस्थेशियाडॉ. दिपाली द्वारा दिया गया अधिक जानकारी के लिए संपर्क करे – डॉ नितेश पाटीदार- 9838807021…