शौर्य गाथा भीमाकोरे गांव की।

———————————————      शोषित,पीड़ित,दलितों के       साहस और पराक्रम का      गौरवगाथा बतलाने वाला     आज विजय स्तंभ खड़ा है।         28000…

मन का मीत

मीत मन का मिला ज़िंदगी ख़िल गई, मिट गए सब गिले हर खुशी मिल गई। टूटे…

ग़ज़ल

जिस महफिल में जाए चमचा। सब के मन को भाए चमचा। रोक नहीं है टोक नहीं…

“युवा होती कन्या”

धीरे धीरे युवा होती कन्या घर में बसती हुयी जान है  लगती सबकी पहचान है चहकती…

निडर शब्द

मिल जाए जो कलम का वात्सल्य। और मिल जाए जो कागज की गोद। भावों की धरती…

मुक्तक

                    01 धरा पर आए हैं जब हम चुकाकर कर्ज जाएंगे। रहे खुशहाल धरती मां निभा कर…

सपनो का टूटना

सपनों का टूटना  निःसंकोच बहुत  तकलीफदायक होता हैं  परन्तु,सपने टूटते  रहने चाहिए! सपनों का टूटना  यथार्थ…

चट्टान”

मैंने देखा उसे तोड़ते चट्टान का सीना तन-मन-धन और अपनों की खातिर  मिटा रहा खामोशी जो…

सर्द रात

पूनम की वह सर्द रात मीठा-मीठा  सा-अहसास हृदय में जगाती है। कुनकुनी-सी प्रीत की धूप  ,अहसास…

घड़ी

समय की विशालता को स्पष्टित करते हुए एक घड़ी हर रोज बंधी रहती है मेरी कलाई…