नववर्षाभिनंदन
=========== मस्तक पर खुशियों का चंदन करें कर्म औ’श्रम का वंदन आशाओं को करें बलवती, कुंठाओं…
नवल वर्ष से मेरी अभिलाषा
ओ! नवल वर्ष, ओ! नवल वर्ष! भेंटो सुस्मित हर हिय सहर्ष। देना संयम, विवेक, धीरज।…
अभिमन्यु अभी भी युद्धरत है
जिंदा है वह, चिलचिलाती धूप के सफर में, पसीने की बूंदें अच्छी लगने लगी, भयानक तपन…