कविता-गुरु महिमा।

—————————– गुरु आप नहीं,तो जन जग का अस्तित्व नहीं! गुरु  आप  नहीं,  तो  ईश्वर  का अस्तित्व…

चाँद मिलने आया था

एक ख्वाहिश थी चाँद से मिलने की,वह परसो मिलने आया।  सोलह कलाओ से परिपूर्ण,हल्की ठंडक भी…

विसर्जन

******** विसर्जन हम करते है उन देवी देवताओं का जिनको हम बड़ी श्रद्धा से विशेष अवसरों…

चिंताराम की चिंता

चिंताराम कुछ ज्यादा ही चिंता में डूबे रहते हैं। उनसे आपकी भेंट हो जाएँगी तो आप…

अंध मातृ-पितृ भक्त बनने से बचे

            कहते है जीवन में साक्षात भगवान का स्वरूप माता-पिता होते है और यह सच भी है…

बदलती दुनिया

जड़ बदला,चेतन बदला है। मिट्टी का कण-कण बदला है। सागर,नदियां,झीलें,जंगल, कुदरत का आंगन बदला है। सूरज,तारे,चांद…

परिंदे की जात

लाल्टू ने घर को आखरी बार  निहारा l घर जैसे उसके सीने में किसी कील की…

अनकहे अल्फ़ाज़ …….

समय का चक्र काफी तेजी से बीतता गया। रिश्ते -नाते कुछ जुड़ा तो कुछ टूटता गया…

मैं मुहावरा तेरे प्यार का

एक तरसी हुई निग़ाह को राहत दे अपने दीवाने को अपनी चाहत दे प्यासी निगाहें दरवाज़े…

*जा विधि लिखी ललाट*

अनीतकारी पुरुष को मिला अभय वरदान  जी भर मन की कीजिए जो मन में अरमान कितना…