शिव है

वीभत्सता का जो शोर है, तमस एवं प्रकाश का जो विभोर है, समग्र में जो विशेष…

नैतिकता के आधार की खोज

नैतिकता का आधार ढूंढते-ढूंढते मैं बहुत ही परेशान हो चुका हूं, पर अभी तक यह आधार…

शरद चंद्र

शरद चंद्र की धवल किरण ‘ जब धरा पर आती है । शुभता का एहसास कराती”…

कलम और तलवार

बहुत फ़र्क है दोनों में नहीं हो सकती तुलना  कलम और तलवार में एक हिंसक  दूसरी…

चांदनी चाँद की

मुस्कुराती रही चांदनी चाँद की , गुनगुनाती रही चांदनी चाँद की।  रात की छाँह में ओस…

      विद्रोही बाबा का प्रवचन  पटवारी लाल प्रातः बेला में ही मुखिया जी के दरवाजे पर पहुंच…

समय का चक्र

  बात उन दिनों की है,जब श्वेता की नई नई शादी हुई थी। उस जमाने में पर्दा…

दोहे

घोषित कर खुद को यहां,संत महात्मा सिद्ध। नज़र गड़ाए मांस पर,बैठे हैं सब गिद्ध। मानवता से…

काम में देरी..

कभी है जरूरी, कभी मजबूरी,  कभी मगरूरी, मगर हमेशा कराती, अंजाम से दूरी, काम में दूरी।…

सारंगी वाला

प्रारंभ से ही रचा जाता रहा है व्यूह रोने और चुप कराने वालों के बीच। आ…