पुरुषत्व

बेटों का  संघर्ष किसी , से कम नहीं होता। बचपन से बताया जाता, लड़का होना आसान…

नीव है

नीव है  स्तम्भ भी, प्रबुद्ध है प्रकर्ष भी, सबल है समर्थ है। अविचल कर्मण्य भी, है…

मन का सागर..

मन के सागर मे उठी लहरें न जाने क्यों मेरे  मन की दहलीज़ आकर रुक जाती…

शैतानों से हारी मैं

औरत की चीख दब गई है,चारदीवारी में।  उम्र गुजार दी उसने,सिर्फ खातिरदारी में।  जख्म बदन के,नहीं…

कोई नाम न दो

मेरी खामोशी को , अब कोई नाम ना दो । खामोश रहने दो इन लफ्जों को…

*हाँ मैं रावण हूँ*

बीस भुजा दस शीश इष्ट त्रिपुरारी  वायु देव करें चाकरी कुबेर आज्ञाकारी  अग्निदेव आज्ञा के भूखे…

अहसास

“””””””””””” तेरी यादों का समुंदर  दिल में समा रखा है हमने उठे अरमानों के तूफ़ाँ लाख…

मेरी दास्तान

कभी रो देती हूँ कभी मैं हंसती हूं कभी खुशी पा लेती हूं गमगीन कभी हो…

गीत

मन विहग नभ में उड़ जाए पर काट पर नहीं जीना है प्राण हौसलों में भर…

परछाई भी लौटती नही

 एक दिन में हजार बार  देखती हूं तस्वीर को तेरी  कमबख्त एक बार भी  क्यों बोलती…