नई दिल्ली । चुनाव आयोग ने ने कहा कि चुनावी राज्यों में 15 जनवरी तक कोई…
Author: Vivek Seth
ये सर्द भी कमाल है..
ये सर्द भी कमाल है। कही कम्बलों में सुकून.. कही ठण्ड से बवाल है.. ये सर्द…
सब कुर्सी का फेरा है
लोकतंत्र के दरख्तों पर गिद्धों का बसेरा है । यहां बेगुनाह आईने से……लड़ता सवेरा है ।।…
*मैं अकेला !*
********** अक्सर अकेला बेहद अकेला हो जाता हूं मैं, भीड़ तो होती है चारों ओर और…
बेटियां
अपने गांव का दिखे या ख़बर हो खुश होती बेटियां बिदाई के समय रुलाती बेटियां मोबाइल…
बुलंद हौंसले
मिट्टी की गुल्लक में चांदी के सिक्के महफूज़ रहते हैं ! नंगे पाँव चल कर मीलों…
वक़्त-वक़्त की बात है..
पुरजोर क़ोशिश से यकीनन अनदेखा खुदा भी मिल सकता है, मगर खामियां खुद की कभी नजर…
एहसास हूँ
मैं जिसका न कोई रंग न कोई आकार बस मीठी सी कसक है जो पहुँचे दिल…
हिन्दी का परचम
हिन्दी को हम राष्ट्र भाषा बनाने में लग जाएं। हिन्दी का परचम हम दुनिया भर में…
बैल भी किसान हुआ करते थे
बैल जों कभी हर खेत की शान हुआ करते थे। किसान के संग वो भी किसान…