मिर्जापुर सीजन२’ ने पूरे किए एक साल

, मिर्जापुर सीरीज़ का दूसरा सीजन का एक साल आज पूरा हो रहा है, हम ‘बीना…

संजीव-नी

एहसासों को लहु पिलाता हूं ।। परछाई में तेरी रंग मिलाता हूं, एहसासों को लहु पिलाता…

करवाचौथ का चांद

आकर्षित करती महिलाये साजन को, गोल चांद जैसी बिंदी बना माथे पे सजाती।। शुक्र है चांद…

हम किसी के मोहताज नहीं हैं

रखे रहो अपना मंच, माला, माइक रखे रहो अपनी मचान रखे रहो अपना छल ज्ञान  रखे…

उल्लू पर रिलीज़ होगी मर्डर मिस्ट्री

 उल्लू ओरिजिनल सीरीज़ ‘प्रतीक्षा’ 26 अक्टूबर को रिलीज होगी दीपक पांडे द्वारा निर्देशित सीरीज़ ‘प्रतीक्षा’ में…

ट्रक साहित्य में बुरी नजरें!

बुरी नजर वाले इतने अच्छे होते हैं कि बुरे टाइम में भी अच्छी-भली बुरी नजर लगाने…

कविता सदैव ही बची रही..

कविता सदैव ही भयमुक्त रही समय के उतार-चढ़ावों में , कितनीं भी.. कैसी भी.. सभ्यताएं प्रचलन…

बीता हुआ कल – आने वाला कल

i मां कष्ट सहकर, औलाद पैदा करती। जीवन का एक – एक पल, औलाद पर न्योछावर…

सड़कों की खूबसूरती में लगे चार चाँद !

बारिश के दिनों में, पानी भरे गड्ढों से हमारी सड़कों पर उभरी प्राकृतिक छटा सचमुच देखते…

मैं दिल्ली हूँ!

अब शून्य तक पहुँचकर मन चुप हो चला है। क्षितिज अंबर से बादल नहीं बर्षा है।…