बेटियां

अपने गांव का दिखे या ख़बर हो खुश होती बेटियां बिदाई के समय रुलाती बेटियां मोबाइल…

बुलंद हौंसले

मिट्टी की गुल्लक में चांदी के सिक्के महफूज़ रहते हैं ! नंगे पाँव चल कर मीलों…

वक़्त-वक़्त की बात है..

 पुरजोर क़ोशिश से यकीनन अनदेखा खुदा भी मिल सकता है, मगर खामियां खुद की कभी नजर…

एहसास हूँ

मैं जिसका न कोई रंग न कोई आकार बस मीठी सी कसक है जो पहुँचे दिल…

हिन्दी का परचम

हिन्दी को हम राष्ट्र भाषा  बनाने में लग जाएं।  हिन्दी का परचम  हम दुनिया भर में…

बैल भी किसान हुआ करते थे

बैल जों कभी हर खेत की शान हुआ करते थे। किसान के संग  वो भी किसान…

“मेरा प्यारा गांव”

  मेरा सुंदर प्यारा गाँव है   मेरा सुंदर न्यारा गाँव है।         जहाँ बरगद का छाँव है         जहाँ…

हाथ पकड़………..

सच  पूछो  तो  लिस्ट  बहुत ही छोटी है  इक  दूजे  से  नफ़रत  करने  वालों  की  अब …

अखाड़ा नहीं है

दिले आशियाँ है अखाड़ा नहीं है। धड़कता सदा है नगाड़ा नहीं है। सहारा तुम्हारा कभी ना…

“तुम रक्षक कांहुँ को डरना”

“तुम रक्षक कांहुँ को डरना” ये पंक्तियां मस्तिष्क में बैठा के रखें, की किसी से कोई…