नववर्षाभिनंदन

=========== मस्तक पर खुशियों का चंदन करें कर्म औ’श्रम का वंदन आशाओं को करें बलवती, कुंठाओं…

आहटे

आहटें जो छुपी हैं  बंद दरवाजों के पीछे, राज बने वो ख्वाब समय ने जो थे …

नवल वर्ष से मेरी अभिलाषा

ओ! नवल वर्ष, ओ! नवल वर्ष! भेंटो सुस्मित  हर हिय सहर्ष।                      देना   संयम,  विवेक,  धीरज।…

राजनीति का फन्दा

जमुना डूब रही है कान्हा गन्दे नाले में राजनीति के पाले में ना। खाए बैठ मलाई…

बंधन सारे झूठे है

व्यथित  हुआ हिय फिर मेरा ,    रिसे पुराने सब  घाव । मोह पाश का यह खेला…

अभिमन्यु अभी भी युद्धरत है

जिंदा है वह, चिलचिलाती धूप  के सफर में, पसीने की बूंदें अच्छी लगने लगी, भयानक तपन…

कलम ने हमें निखारा ….

इस कलम ने ही कभी हमें दिया सहारा था ये दिल टूट के किया कभी हमसे…

नववर्ष पर दोहे

कुसुम केसर चंदन से, अभिनंदन नव वर्ष। शुभ यश जीवन में मिलें, मंगलमय अति हर्ष। अक्षत…

जो लम्हे

जो  लम्हे गुजर चुके  आएगा ना अब ख्वाब में  नये चेहरे मिल चुके है  पुराने अभी…

*बचपन*

कितना  प्यारा  हुआ  करता  था   बचपन माँ का  लाड़, पापा  का  दुलार  होता था स्कुल …